प्रोटोकाल आफिस के सामने टाटा कंपनी की जेसीबी ने गैस पाइप लाइन फोड़ी
उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मंदिर के बाहर टाटा कंपनी की जेसीबी ने शुक्रवार की शाम को अवंतिका गैस पाइप लाइन फोड़ दी। जिससे बड़ा हादसा होने से बच गया। गैस की धार फव्वारे के रूप में लगभग 13 मिनट तक उपर उठती रही। पास में से ही श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन को जा रहे थे। एक भी चिंगारी इस दौरान लग जाती तो पूरा आधा क्षेत्र खाक हो जाता। एतिहात के तौर पर मंदिर प्रशासक ने अन्न क्षेत्र और प्रोटोकाल आफिस को बंद करा दिया था।
महाकालेश्वर मंदिर के प्रोटोकाल आफिस के सामने की रोड की खुदाई टाटा कंपनी के द्वारा की जा रही है। शुक्रवार की शाम 5.15 बजे जेसीबी से खुदाई के दौरान अवंतिका गैस पाइप लाइन फूट गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि लगभग 5.38 बजे लगभग 13 मिनट तक गैस फव्वारे के रूप में उपर निकलती रही। क्षेत्र के हारफूल वालों में इसको देखकर हडक़ंप की स्थिति पैदा हो गई।
हालांकि यहां से तीन दिन पहले ही हारफूल वालों की दुकानों को हटा दिया गया था। जिसके चलते स्थिति विकराल रूप धारण नहीं कर पाई। पास ही बड़ा गणेश मंदिर के सामने से श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन के लिए प्रवेश कर रहे थे। यदि एक भी चिंगारी मिल जाती तो पूरा आधा क्षेत्र खाक हो जाता। अवंतिका गैस कंपनी और टाटा कंपनी के बीच गलतफहमी होने के कारण समय पर कार्रवाई नहीं हो पाई। आखिरकार कलेक्टर की पहल पर अवंतिका कंपनी के मेंटेनेंस कर्मचारी पहुंचे और वाल्व बंद किया।
प्रशासक ने किया कलेक्टर को सूचित
जानकारी में आया है कि गैस निकलने की सूचना पर प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने तत्काल इसकी सूचना कलेक्टर आशीषसिंह को दी। जिस पर उन्होंने अवंतिका गैस कंपनी के कर्ताधर्ताओं को इस बात की सूचना दी। तब कहीं जाकर वाल्व बंद कर गैस के निकलने पर काबू पाया जा सका।
आपसी तालमेल का अभाव दिखा
अवंतिका गैस कंपनी के मेंटनेेंस प्रभारी अनुराग सोनी स्पाट पर पहुंचे और टाटा कंपनी के सुपरवाइजर जुबेर से देर से सूचना देने पर स्पष्टीकरण मांगा। जुबेर ने कहा कि उन्होंने टेलिग्राफ गु्रप पर मैसेज डाल दिया था। जबकि श्री सोनी का कहना था कि कंपनी के इस ग्रुप से जुड़े हुए नहीं हैं। उनके इमरजेंसी नंबर पर कॉल किया जाता तो वह समय से पहले यहां पर पहुंच जाते। दोनों की काफी देर तक इसी बात पर बहस होती रही। बाद में टाटा कंपनी के जुबेर ने माना कि मैसेज को देखने में समय लगता है।
प्रशासक ने दिखाई तत्परता बंद कराया अन्नक्षेत्र
मामले की सूचना पर मंदिर प्रशासक गणेश कुमार धाकड़, सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल सहित अन्य अधिकारी पहुंचे। प्रशासक ने तत्परता दिखाते हुए तत्काल प्रोटोकाल आफिस और अन्नक्षेत्र सामने खड़े होकर बंद कराया। लगभग 15 मिनट तक दोनों बंद रखे गए। वाल्व बंद किए जाने के बाद स्थिति जब काबू में आई तब दोनों को फिर से श्रद्धालुओं के लिए शुरू करवा दिया गया।
इनका कहना है
गैस निकलने की सूचना के बाद तत्काल इस पर काबू पाया गया। – गणेश कुमार धाकड़, प्रशासक महाकालेश्वर मंदिर