23 महीने बाद सडक़ पर फिर उतरी सिटी बस

ठेकेदार फर्म ने शुरू किया 5 बसों का संचालन, 25 बसें चलेंगी

उज्जैन, अग्निपथ। जवाहरलाल नेहरू शहरी नवीकरण मिशन के अंतर्गत उज्जैन शहर को मिली सिटी बसों का संचालन दोबारा शुरू हो गया है। लगभग 23 महीने की अवधि के बाद सोमवार से 5 बसों को दोबारा सडक़ पर उतारा गया। फिलहाल शहरी क्षेत्र में दो ही बसों को चलाने के परमिट मांगे गए है, ये दोनों ही बस नानाखेड़ा से देवासगेट बस स्टेंड के बीच संचालित की जाएंगी।

डीजल चलित सिटी बसों के परिचालन को दोबारा शुरू करने के लिए पिछले लगभग 2 महीने से उज्जैन सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लि. कंपनी में टेंडर की कवायद चल रही थी। नगर निगम के स्वामित्व वाली इस कंपनी ने 10 दिन पहले ही शहर की विनायक टूर एंड ट्रेवल्स कंपनी को सिटी बसों का परिचालन सौंपा है। फिलहाल 25 बसों के लिए टेंडर को स्वीकृति मिली है, ठेकेदार को 2 हजार 499 रूपए रूपए प्रति बस यूसीटीसीएल को देना होंगे।

ठेकेदार फर्म द्वारा ही बसों की रिपेयरिंग करवाई गई है। यूसीटीसीएल द्वारा आरटीओ से उज्जैन से तराना के बीच 3, उज्जैन से शाजापुर के बीच 3, उज्जैन से चंद्रावतीगंज के बीच 3 और देवासगेट से नानाखेड़ा के बीच 2 इस तरह कुल 11 बसों के लिए परमिट मांगे थे। इनमें से उज्जैन से तराना के लिए 3, उज्जैन से चंद्रावतीगंज के लिए 2 बसों के परमिट जारी हो चुके है।

एक महीने में सडक़ पर होंगी 25 बस

यूसीटीसीएल के प्रभारी महाप्रबंधक सुनील जैन के मुताबिक आरटीओ से 11 बसों के संचालन के लिए परमिट मांगे गए थे। 5 बसो के परमिट जारी हो चुके है। एक सप्ताह के भीतर सभी 11 बसें यात्री परिवहन में लग जाएंगी। शेष 14 बसों की रिपेयरिंग का काम अभी जारी है। श्री जैन के मुताबिक एक महीने के भीतर सभी 25 बसों से यात्री परिवहन का काम शुरू हो जाएगा।

Next Post

सुप्रीम कोर्ट के फैसलों की उपेक्षा कर नियम बनाये तो सपाक्स संगठन करेगा उग्र आंदोलन

Mon Feb 7 , 2022
सरकार को दी चेतावनी उज्जैन, अग्निपथ। पदोन्नति में आरक्षण नियमों में अगर मध्यप्रदेश सरकार ने सुप्रीमकोर्ट के एम नागराज और जनरेलसिंह सिंह प्रकरणों के निर्णय की उपेक्षा की तो प्रदेश का 64 प्रतिशत आबादी वाला सामान्य, पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक अधिकारी कर्मचारी संगठन और सपाक्स समाज तथा सपाक्स युवा संगठन मिलकर […]
sapaks 7feb22 copy