हाथों की काटी थी नस, जॉब छूटने से डिप्रेशन में था
उज्जैन, अग्निपथ। दूधतलाई गुरुद्वारे में सोमवार सुबह समाज का युवक पंखे पर पगड़ी के फंदे पर लटका मिला। रात में सेवादार को जल्दी उठाने की बात कहकर कमरे में सोने चला गया था। उसने भोपाल जाने की बात कहीं थी।
मिश्रीलाल नगर देवास निवासी कमलजीत सिंह पिता मंहगासिंह सुरा (39) रविवार शाम गुरुद्वारे में एक्टिवा पर सवार पहुंचा था। उसने ग्वालियर से आने और सुबह भोपाल जाने की बात कहकर कमरा लिया। सेवादार रमेशसिंह ने उसे कमरा न बर 1 उपलब्ध करा दिया। रात में खाना खाने के बाद कमलजीत सेवादार से सुबह जल्दी उठाने का बोलकर सोने चला गया।
सुबह जब सेवादार उसे जगाने पहुंचा तो अंदर से दरवाजा नहीं खुला। खिडक़ी से झांके पर वह फंदे पर लटका दिखाई दिया। मामले की जानकारी देवासगेट थाना पुलिस को दी गई। जांच के लिये एफएसएल अधिकारी डॉ. प्रीति गायकवाड़ को बुलाया गया। दरवाजा तोडऩे पर सामने आया कि उसने अपने हाथों की नस भी काटी है।
उसके पास मिले दस्तावेजों के आधार पर परिजनों को सूचना दी गई। शव गुरुद्वारे से जिला अस्पताल लाया गया। कुछ घंटे बाद देवास से परिजन अस्पताल पहुंचे। उन्होने बताया कि रविवार दोपहर गुरुद्वारे जाने का बोलकर घर से निकले थे। शाम तक वापस नहीं लौटे, मोबाइल फोन बंद आ रहा था। लापता होने की सूचना देवास पुलिस को दी गई थी। देवासगेट पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द किया है।
इंदौर कॉलेज में था प्रोफेसर
परिजनों ने बताया कि कमलजीत इंदौर स्थित निजी कॉलेज में फिजिक्स के प्रोफेसर थे। लॉकडान में जॉब छूट गई थी। उन्होने कोचिंग शुुरु की, लेकिन कोरोना की वजह से चल नहीं पाई। वह जॉब छूटने से काफी डिप्रेशन में रहने लगे थे। उनका उपचार भी चल रहा था। उनकी एक 6 वर्षीय बेटी है। पत्नी ने इंजीनियरिंग है। कल से उनकी तलाश की जा रही है।