उच्च शिक्षा मंत्री, सांसद, विधायक का घेराव कर दिया ज्ञापन
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में सती माता मंदिर के विस्थापन को लेकर विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय संगठन मंत्री सोहन विश्वकर्मा और अन्य विहिप पदाधिकारी मंगलवार को महाकाल मंदिर पहुंचे। विहिप पदाधिकारियों ने महाकाल के दर्शन करने के बाद उन विस्थापित प्रतिमाओं का भी निरीक्षण किया व देखा की वास्तव में स्थिति क्या है। इसके बाद पदाधिकारियों ने सांसद, उच्च शिक्षा मंत्री और विधायक का घेराव भी किया।
विहिप पदाधिकारियों ने भगवान महाकाल के दर्शन के बाद नव स्थापित सती माता मंदिर का भी दौरा किया। मंदिर के अधिकारियों ने उनसे कहा कि माता के मंदिर को विद्वानों के हिसाब से स्थापित किया जाएगा। मंदिर के निरीक्षण के दौरान उन्होंने मंदिर के पंडे पुजारी और पुरोहितों को बुलाकर यह भी कहा कि उनके मंदिर और परिसर में स्थापित प्रतिमाओं के साथ अगर कोई छेड़छाड़ होती है तो वह सीधे विहिप को बताएं और बिना डरे आगे आएं।
पदाधिकारी धागा बांधने वाले मंदिरों में भी पहुंचे और वहां के पंडे पुजारियों से बिना डरे नाड़ा धागा बांधने को कहा। उनका कहना था कि वे केवल भगवान से डरें। विहिप पदाधिकारियों ने मंदिर परिसर में ही 10 फरवरी के उज्जैन बन्द आह्वान पर अडिग रहने की बात कही। यह भी कहा कि प्रशासन उनकी मांगों को यदि मान लेता है तो वह आंदोलन के स्वरूप पर पर विचार कर सकते हैं।
विहिप पदाधिकारियों में महेश तिवारी, विनोद शर्मा, सोहन विश्वकर्मा, महेश आंजना, सहायक प्रशासक मूलचंद्र जोनवाल, एसडीएम, सीएसपी पल्लवी शुक्ला, महाकाल थाना प्रभारी मुनेंद्र गौतम मौजूद रहे।
जनप्रतिनिधियों का किया घेराव
मंदिर निरीक्षण के बाद उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव के फ्रीगंज स्थित कार्यालय का घेराव किया गया। यहां पर डॉ. यादव ने धरना प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों के बीच बैठकर ज्ञापन लिया। सांसद अनिल फिरोजिया और विधायक पारस जैन के निवास का घेराव भी किया गया।
यहां पर दोनों ने अपने निवास से निकलकर ज्ञापन लिया। विहिप द्वारा सती माता मंदिर पुन: मंदिर के मुख्य द्वार पर ही स्थापित करने व अन्य मांगें रखी गई थीं। जनप्रतिनिधियों ने आश्वस्त किया कि वह प्रशासन से इस विषय में बात करेंगे जिससे कि हिंदू आस्था को ठेस ना पहुंचे।