विहिप ने वापस लिया उज्जैन बंद का आव्हान
उज्जैन, अग्निपथ। विश्वहिंदू परिषद और बजरंग दल द्वारा 10 फरवरी को किया गया उज्जैन बंद का आव्हान वापस ले लिया गया है। प्रशासनिक अधिकारियों के साथ हुई बातचीत के बाद यह फैसला हुआ है। महाकालेश्वर मंदिर के सामने वाले हिस्से में 70 मीटर के दायरे में आने वाले 150 से ज्यादा मकानों को फिलहाल नहीं हटाने और सती माता मंदिर की पुर्नस्थापना मुख्य गेट के पास ही करवाने के मुद्दे पर प्रशासनिक अधिकारियों और विहिप पदाधिकारियों के बीच सहमति बन गई है।
महाकालेश्वर मंदिर के सामने वाले हिस्से में 70 मीटर के दायरे में आने वाले 150 से ज्यादा मकानो को हटाने के मुद्दे पर पिछले लगभग 6 महीने से विहिप और बजरंग दल के पदाधिकारी अपना विरोध जता रहे थे। पिछले सप्ताह महाकालेश्वर मंदिर के सामने वाले हिस्से से सती माता का चबूतरा हटाकर पिछले हिस्से में यज्ञशाला के पास स्थापित कर दिए जाने के बाद विहिप पदाधिकारियों का आक्रोश बढ़ गया।
मंगलवार को विहिप और बजरंगदल के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने सांसद अनिल फिरोजिया, उच्चशिक्षा मंत्री डा. मोहन यादव और विधायक पारस जैन का घेराव कर अपना विरोध दर्ज कराया। 10 फरवरी गुरूवार को विहिप ने उज्जैन बंद का आवाहन किया था।
तीन दौर की बात, तय हुए तीन मुद्दे
महाकालेश्वर मंदिर के सामने वाले हिस्से में बने 150 मकानों को नहीं हटाने के सबंध में विहिप के प्रांतीय पदाधिकारी 8 दिन पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिले थे। मुख्यमंत्री ने विहिप की मांग पर अपनी सहमति दे दी थी लेकिन चीजें कागज पर आदेश के रूप में नहीं आ सकी। सती माता का चबूतरा हटाए जाने के बाद विहिप पदाधिकारियों ने प्रेस कांफ्रेंस की इसके तत्काल बाद उज्जैन से भोपाल तक चर्चाओं का दौर चला।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों, विहिप पदाधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बातचीत हुई। बुधवार शाम 5 बजे कलेक्टर आशीष सिंह ने अपने प्रतिनिधि के रूप में एडीएम संतोष टेगौर को शहीद पार्क स्थित विहिप कार्यालय पर भेजा।
एडीएम संतोष टेगौर ने विहिप के प्रांत मंत्री सोहन विश्वकर्मा, प्रांत सहमंत्री विनोद शर्मा, विभाग संगठन मंत्री वासुदेव पांडेय, विभाग मंत्री महेश तिवारी, बजरंगदल संयोजक महेश आंजना के साथ बैठक की। इस बैठक में हुई चर्चा के बाद विहिप ने 10 फरवरी का उज्जैन बंद का आवाहन वापस लेने का फैसला कर लिया।
इन मुद्दों पर बनी सहमति
- महाकालेश्वर मंदिर क्षेत्र में 70 मीटर के दायरे में आने वाले 150 मकानों को फिलहाल नहीं हटाया जाएगा। मकानों के अधिग्रहण की प्रक्रिया रोक दी जाएगी। मंदिर के सामने वाली सडक़ के चौड़ीकरण के लिए रहवासियों और विहिप पदाधिकारियों के साथ प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक के बाद आपसी सहमति से फैसला लिया जाएगा।
- सती माता के मंदिर को महाकालेश्वर मंदिर के मुख्य द्वार से विस्थापित कर यज्ञशाला के पास स्थापित करवाया गया है। मंदिर के जिर्णोद्धार और विस्तार का कार्य पूर्ण होने के बाद मंदिर को मुख्य द्वार के पास विधि-विधान से पुर्नस्थापित करवाया जाएगा।
- सिंहस्थ क्षेत्र खासकर जूना सोमवारिया इलाके में हो रहे अवैध अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन मुहीम चलाकर अतिक्रमण को हटाने की कार्यवाही करेगा। सिंहस्थ भूमी से अवैध निर्माण हटाए जाएंगे।
इनका कहना
हमने जिन मुद्दों पर उज्जैन बंद का आव्हान किया था, उन सभी मुद्दों पर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बातचीत की गई। हमें भरोसा दिलाया गया है कि सभी मुद्दों पर प्रशासन का रूख सकारात्मक रहेगा। लिहाजा संगठन ने उज्जैन बंद का आव्हान वापस ले लिया है।
– महेश आंजना, बजरंगदल प्रांत संयोजक