भोपाल के कथित डाक्टर ने कॉलेज के चपरासी के साथ मिलकर ठगा
उज्जैन,अग्निपथ। देवास रोड पॉलीटेक्निक कॉलेज के एक अतिथि प्रोफसर को भोपाल के कथित डॉक्टर ने कॉलेज के चपरासी के साथ मिलकर10 लाख का चूना लगा दिया। ठगी बेटे को नौकरी लगवाने के नाम पर की गई है। करीब दो साल पहले हुई घटना में बुधवार को शिकायत होने पर नीलगंगा पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर दिया।
पुलिस के मुताबिक विवेकानंद कॉलोनी निवासी हरसिद्धि प्रसाद श्रीवास्तव पॉलीटेक्निक कॉलेज में असिटेंट प्रोफेसर है। वह बेटे सौरभ की नौकरी के लिए प्रयास कर रहे थे। उन्हें कॉलेज के चपरासी बाबूलाल परमार ने तकनीकी शिक्षा के लिए नौकरी लगवाने का दावा किया। भरोसा दिलाया कि भोपाल के हमीदिया अस्पताल के डाक्टर अशोक वर्मा काम करवा सकते है।
परमार उन्हें वर्मा से मिलवाने भोपाल ले गया, जहां अस्पताल के गेट पर कथित डॉक्टर वर्मा से मिलवाया। उसने आगर जिले में नौकरी लगवाने का विश्वास दिलाया और 10 लाख रुपए मांगे। परमार के कहने पर प्रो.श्रीवास्तव ने दिसंबर 2019 में दो बार में रुपए दे दिए। रुपए लेने के बाद परमार व वर्मा कुछ समय जल्द टालतेे रहे, लेकिन काफी समय नौकरी नहीं लगने पर श्रीवास्तव को ठगी का एहसास हो गया।
मामले में उन्होंने कई शिकायतेेंं की, लेकिन बुधवार को एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला के समक्ष मामला आने पर उन्होंने परमार व वर्मा के खिलाफ केस दर्ज करवा दिया। टीआई तरुण कुरील ने बताया कि मामले में जांच के बाद आरोपियों को गिरफ्तार करेंगे।