फायर ब्रिगेड का ड्रायवर लेकर पहुंचा जिला अस्पताल
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में व्यवस्थाएं तो पटरी पर आ रही हैं। लेकिन ग्राउंड लेवल पर जो व्यवस्थाएं मौजूद होना चाहिएं। वह मंदिर में कहीं से कहीं तक नजर नहीं आ रही हंै। गुरुवार को एक महिला बेहोश हो गई। उसको ले जाने के लिए मंदिर समिति का ड्रायवर ही उपलब्ध नहीं था। वहीं स्टे्रचर आदि की व्यवस्था नहीं होने से उसे सुरक्षा गार्ड उठाकर निर्गम गेट तक ले गए।
गुरुवार को 10 बजे के लगभग कार्तिकेय मंडपम में पंजाब से आई एक महिला गिर कर बेहोश हो गई। यह देखकर वहां मौजूद सुरक्षा गार्ड तो पहुंचे लेकिन उसको ले जाने के लिए स्ट्रेचर ही उपलब्ध नहीं था। किसी तरह से सुरक्षा गार्ड उसे लेकर निर्गम गेट तक पहुंचे लेकिन जानकारी लगी कि मंदिर की एम्बुलेंस का ड्रायवर मौजूद नहीं है। ऐसे में आनन फानन में वहां पर मौजूद नगरनिगम के फायर ब्रिगेड के ड्रायवर सुशील माली को महिला को जिला अस्पताल ले जाने के लिए राजी किया गया।
एम्बुलेंस ड्रायवर स्थापना शाखा में पदस्थ
जानकारी लगी है कि कुलदीप नाम का मंदिर समिति का ड्रायवर के जिम्मे पहले एम्बुलेंस का संचालन था। लेकिन उसको बाद में स्थापना शाखा में पदस्थ कर दिया गया। जिसके चलते मौके पर ड्रायवर की व्यवस्था नहीं हो पाई थी।
मेडिकल स्टाफ के पास स्ट्रेचर नहीं
मंदिर के फेसिलिटी सेंटर की टनल के पास अस्पताल का संचालन किया जा रहा है। लेकिन अनदेखी के कारण अस्पताल के पास वह साजोसामान मुहैया नहीं हैं, जिनकी आवश्यकता हमेशा पड़ती है। स्टे्रचर की ले लें तो महिला को उठाने के लिए अस्पताल के पास स्टे्रचर ही उपलब्ध नहीं था। किसी तरह से सुरक्षा गार्ड महिला को बिना स्ट्रेचर के उठाकर ले गए।
इनका कहना है
मामले में दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। -गणेश कुमार धाकड़, प्रशासक महाकालेश्वर मंदिर
महाशिवरात्रि पर्व के लिए 70 गार्ड होंगे भर्ती
एक बार फिर से मंदिर प्रशासन ने महाशिवरात्रि पर्व के लिए 70 सुरक्षा गार्ड भर्ती के आदेश दिए हैं। संभवत: 15 फरवरी से 15 मार्च तक के लिए इनकी भर्ती की जाएगी। इनकी नियुक्ति केवल एक माह के लिए की जाएगी। ज्ञातव्य रहे कि मंदिर प्रशासन ने नववर्ष के आगमन को देखते हुए दिसम्बर माह में 70 सुरक्षा गार्डों की भर्ती की थी। लेकिन उनको एक माह बाद निकालने के आदेश दे दिए थे। ऐसे में उन सुरक्षा गार्डों का भविष्य अधर में लटक गया था।