जांच की मांग लेकर कुबेर नगर के रहवासी पहुंचे कलेक्ट्रेट
देवास, अग्निपथ। शासकीय दस्तावेजों में कुटरचना एवं षडय़त्र करके मंदिर की सरकारी जमीन शासकीय सेवक द्वारा हड़पने का आरोप संकटमोचन बाल हनुमान सेवा समिति व कुबेर नगर सिविल लाइन के रहवासियों ने लगाया है। मामले में शिकायत लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे और जांच की मांग की है।
ज्ञापन में बताया कि 7 फरवरी को कुबेर नगर सिविल लाइन थाने के सामने स्थित संकट मोचन बाल हनुमान मंदिर पर कलेक्टर कार्यालय के नजूल विभाग में पदस्थ अमित चौधरी, राजस्व विभाग के आरआई एवं अन्य लोगों के साथ आए और वहां पर शासकीय जमीन की नप्ती करने लगे। जब इन लोगों ने मंदिर और उससे लगी भूमि जो कि मंदिर के व्रत-उत्सवों, धार्मिक गतिविधियों एवं अनुष्ठानों के लिए उपयोग की जाती है की नप्ती शुरू की तो क्षेत्रवासी वहां पर एकत्रित हुए।
तब अमित चौधरी ने दावा किया कि यह सारी जमीन उसकी और उसके परिवार की है। इस पर उपस्थित लोगों ने कहा कि हनुमान मंदिर लगभग 80 साल पुराना है। कुबेर नगर कालोनी को बने हुए कई वर्ष हो गए है और भूमि तो शासकीय है। यह जमीन किसी की निजी कैसे हो सकती है। इतना सुनकर नप्ती करने आए अधिकारी सहम गए और चले गए।
भूमि की जानकारी प्राप्त करने पर ज्ञात हुआ कि उक्त भूमि से अमित शर्मा का कुछ भी लेना देना नही है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि मंदिर की जमीन हड़पने का प्रयास करने वाला अमित चौधरी शासकीय कर्मचारी है, जिसने अपना घर करोड़ों रूपए का बना है।
कार्रवाई नहीं तो करेंगे आंदोलन
रहवासियों का आरोप है कि काफी समय से उक्त व्यक्ति की मंदिर की जमीन पर नजर बनी हुई है। क्षेत्रवासियों ने कलेक्टर सहित अन्य संबंधित अधिकारियों से मांग की है कि आस्था व श्रद्धा का केन्द्र श्री संकट मोचन बाल हनुमान मंदिर एवं इससे लगी हुई। उक्त मामले की जाँच निष्पक्ष रूप से जाँच करते हुए दोषियों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज की जाए। उक्त मामले को लेकर शीघ्र ही कार्रवाई नहीं की गई तो स्थानीय लोग पूरे नगर में आंदोलन, जागरण एवं सत्याग्रह करने को बाध्य होना पड़ेगा। जिसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से जिला प्रशासन की रहेगी। ज्ञापन के दौरान राजपालसिंह पवार, विनोद वर्मा, निशांत सिंह दसोंधी, नितिन तिवारी, युवराजसिंह जादौन सहित क्षेत्रवासी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।