शाम 6 बजे तक पंडे पुजारियों की 87 हजार की रसीद और कटी, भीड़ बढऩे पर कई बार बंद किए दर्शन
उज्जैन, अग्निपथ। कोरोना के चलते प्रदेश सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंध शीथिल किए जाने से शनिवार को महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह से दर्शन को इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े कि मंदिर प्रशासन को कई बार दर्शन बंद कराने पड़े। हालांकि मंदिर प्रशासन को अब 1500 की गर्भगृह से अभिषेक रसीद से जबरदस्त मुनाफा हो रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार को जहां मंदिर प्रशासन को गर्भगृह से दर्शन अभिषेक 1500 की रसीद से जहां 1 लाख 74 हजार रुपए का आय दोपहर 2 बजे तक हो गई थी। वहीं शनिवार को मंदिर में श्रद्धालुओं का सैलाब इतना अधिक उमड़ा कि दोपहर 2 बजे तक 7.50 लाख रुपए की रिकॉर्ड आय हुई ।
शाम को 6 बजे तक पंडे पुजारियों के यजमानों ने 86 हजार रुपए का आय में और इजाफा करवा दिया था। हालांकि मंदिर प्रशासन को गर्भगृह से दर्शन करने को उमड़े श्रद्धालुओं की भीड़ को देखकर कई बार दर्शन बंद करना पड़े।
आज रविवार को टूटेगा रिकॉर्ड
महाकालेश्वर मंदिर में अवकाश के दिन शनिवार, रविवार और सोमवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन को आते हैं। आज रविवार होने के कारण शनिवार की तुलना में अधिक संख्या में श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन को आएंगे।
जिसमें वीआईपी श्रद्धालुओं की संख्या भी काफी अधिक रहेगी। गर्भगृह में 1500 अभिषेक रसीद से दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भी काफी अधिक होने की संभावना है। जिसके चलते बार-बार दर्शन व्यवस्था बंद करनी पड़ सकती है।
आम श्रद्धालुओं पर भी रहम करो
कोरोना की गति धीमी होने पर मंदिर प्रशासन द्वारा वसंत पंचमी पर आम श्रद्धालुओं को गर्भगृह से भगवान महाकाल के दर्शन करवाए गए थे। इसके बाद आज तक 1500 की अभिषेक रसीद से ही दर्शन करवाए जाते रहे। ऐसे में भगवान महाकाल के निकट से दर्शन की इच्छा रखने वाले आम श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन को तरस रहे हैं।
कोरोना एक तरह से अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। ऐसे में मंदिर प्रशासन को अब आम श्रद्धालुओं का भी ध्यान रखकर गर्भगृह से प्रतिदिन कुछ समय श्रद्धालुओं को दर्शन करवाए जाना चाहिए।