उज्जैन, अग्निपथ। हरसिद्धि मंदिर क्षेत्र में फुटपाथ पर रहने वाली एक 17 साल उम्र की किशोरी को पुलिस ने तलाश कर उसके कथित पति को गिरफ्तार कर लिया है। यह किशोरी 2 साल पहले लापता हो गई थी, अब जब वापस लौटी तो उसके साथ 4 महीने का बच्चा था।
4 सितंबर 2020 को रामघाट इलाके से 15 साल की एक बालिका लापता हो गई थी। बालिका की मां ने महाकाल थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। दो साल तक पुलिस बालिका की तलाश करती रही। शनिवार को यह बालिका खुद ही 4 महीने के बच्चें और कथित प्रेमी व पति के साथ हरसिद्धी क्षेत्र में फुटपाथ पर रहने वाली मां से मिलने पहुंची।
पुलिस को इसकी जानकारी मिलने के बाद बालिका को वन स्टाप सेंटर भेजा गया जबकि उसके प्रेमी बहादुर पिता भीमा निनामा उम्र 19 साल निवासी ग्राम धुलखेड़ी तहसील पेटलावद जिला झाबुआ को गिरफ्तार कर लिया। बालिका ने पुलिस का बयान दिया है कि वह अपनी मर्जी से बहादुर के साथ गई थी। उज्जैन से लापता होने के बाद दोनों अलग-अलग शहरों में रहे और मजदूरी करते रहे। बालिका नाबालिग है लिहाजा पुलिस ने आरोपी बहादुर के खिलाफ दुष्कर्म का अपराध दर्ज किया है।
बेटमा से मिली एक और लापता किशोरी
तराना में रहने वाली कक्षा 11 वीं की एक छात्रा को देवासगेट पुलिस ने धार जिले के बेटमा से दस्तयाब किया है। यह बालिका 10 फरवरी को किसी काम से उज्जैन आई थी, यहां देवासगेट बस स्टेंड से वह गुमशुदा हो गई थी। बालिका के परिजनों ने देवासगेट थाने में इसकी सूचना दी थी।
पुलिस को पता चला है कि बालिका को तराना तहसील के नांदेड़ गांव में रहने वाला गोपाल पिता चंद्रशेखर जोशी अपने साथ बहला-फुसलाकर ले गया था। गोपाल को हिरासत में ले लिया गया है। इस मामले में पुलिस को गोपाल के सहयोगी उसके दोस्त राहुल की भी तलाश है।