बिजली कंपनी के अधिकारियों की मनमानी: मृत व्यक्ति का बना दिया बिजली चोरी का केस

कोर्ट ने दिया केस खत्म करने का आदेश

शाजापुर, अग्निपथ। मनमाने ढंग से बिजली बिल थमा कर लोगों को परेशान करने के मामले में हमेशा चर्चित रहने वाली विद्युत वितरण कंपनी का एक सनसनीखेज कारनामा सामने आया है, और इस बार कंपनी ने मृत व्यक्ति के नाम से बिजली चोरी का पंचनामा बनाकर न्यायालय में प्रस्तुत कर दिया। बिजली कंपनी की इस करतूत पर न्यायालय ने नाराजगी जाहिर की। साथ ही प्रकरण को समाप्त करने के आदेश भी जारी किया।

दरअसल विद्युत वितरण कंपनी के तत्कालीन यंत्री गगन सेन ने ग्राम कुकड़ेश्वर में 2 दिसंबर 2020 को पहुंचकर धूलसिंह पिता पप्पू गुर्जर के नाम से 20 हजार 955 रुपए की बिजली चोरी का प्रकरण बना दिया। पंचनामा में अधिकारियों ने लिखा है कि उनके द्वारा 45 वर्षीय धूलसिंह को पांच हार्स पॉवर का पंप बिजली चोरी कर चलाते हुए पकड़ा गया है। जबकि धूलसिंह की मृत्यु 75 वर्ष की आयु में दिनांक 22 जुलाई 2019 को ही हो चुकी है। ऐसे में मनगढ़ंत ढंग से बिजली कंपनी के अधिकारियों ने बिजली चोरी का प्रकरण बना दिया और उक्त प्रकरण की वसूली के लिए शाजापुर न्यायालय में वाद भी दायर कर दिया।

मामले मेें पीडि़त पक्ष के अभिभाषक ने धूलसिंह की मृत्यु का प्रमाण पत्र पेश किया जिस पर न्यायालय ने जिम्मेदारों के खिलाफ नाराजगी जाहिर की। साथ ही 14 फरवरी 2022 को प्रकरण समाप्ती का आदेश जारी किया। साथ ही बिजली कंपनी के जिम्मेदारों को आदेशित किया कि वे भविष्य में प्रकरण बनाने से पहले सत्यता की जांच करें उसके बाद ही पंचनामा बनाकर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करें।

हालांकि जिस अधिकारी ने मृतक का प्रकरण बनाया था उनका स्थानांतरण इंदौर हो चुका है, लेकिन अधिकारी की कार्यशैली शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है। फिलहाल बिजली कंपनी के जिम्मेदारों की इस कार्यशैली से यह साबित हो रहा है कि वे अपने कार्य के प्रति कितने गंभीर हैं।

इनका कहना है

मेरा शाजापुर से ट्रांसफर हो गया है, मैं इस मामले में कुछ नहीं कर सकता हूं। आपको जानकारी चाहिए तो आप शाजापुर बिजली कंपनी कार्यालय से संपर्क करो। -गगन सेन, तत्कालीन यंत्री विविकं शाजापुर।

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