उज्जैन, अग्निपथ। नगर निगम ने इस साल का संपत्तिकर वसूली का टारगेट पूरा करने के लिए विभागीय अमले को 40 दिन में 4 करोड़ रूपए वसूलने का टास्क दिया है। संपत्तिकर में जुटे 30 से ज्यादा कर्मचारियों को निर्देश मिले है कि वे बकाया वाले घरों के मालिकों से बात करे, उन्हें टैक्स जमा करने के लिए प्रेरित करे और किसी भी तरह इस साल का लक्ष्य पूरा करे।
नगर निगम ने वित्तिय वर्ष 2020-21 के 12 महीनों में शहर से लगभग 23 करोड़ रूपए संपत्तिकर के रूप में वसूल किए थे। वित्तिय वर्ष 2021-22 में लगभग 27 करोड़ रूपए संपत्तिकर वसूलने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। अब तक 23 करोड़ रूपए वसूल भी हो चुके है। लक्ष्य में शेष रहे 4 करोड़ रूपए वसूलने के लिए अब लगभग 40 दिन शेष रह गए है।
नगर निगम में सहायक आयुक्त संपत्तिकर तेजकरण गुणावदिया के मुताबिक पिछले वित्तिय वर्ष के मुकाबले इस साल संपत्तिकर वसूली तेजी से हुई है। इस साल के लक्ष्य के शेष रहे 4 करोड़ रूपए वसूलने के लिए फिलहाल 12 मार्च को आयोजित होने वाली लोक अदालत में ज्यादा से ज्यादा वसूली करने का प्रयास कर रहे है। अकेले 12 मार्च की लोक अदालत में ही करीब 3 करोड़ रूपए वसूलने का लक्ष्य तय किया गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए संपत्तिकर के पूरे अमले को बकायादारों से व्यक्तिगत संपर्क करने को कहा गया है।
2 वार्ड में बढ़ गए 50 लाख रुपए
नगर निगम संपत्तियों का ब्यौरा व्यवस्थित करने और राजस्व में वृद्धि के उद्देश्य से निजी फर्म के जरिए शहर में जीआईएस सर्वे करवा रही है। शुरूआती दौर में वार्ड क्रमांक 42 और 44 में संपत्ति का सर्वे करवाया गया। इन दोनों ही वार्डो से सर्वे के सकारात्मक परिणाम सामने आए है। दोनों ही वार्ड में हुए ताजा सर्वे से संपत्तिकर का लक्ष्य करीब 50 लाख रूपए तक बढ़ गया है। शहर के 54 वार्डो में सर्वे पूरा होने के बाद मौजूदा लक्ष्य से लगभग दो गुना वसूली होने की उम्मीद है।