उज्जैन, अग्निपथ। महाकाल मंदिर में नियमित दर्शनार्थियों को रोकने से नाराज कांग्रेस नेता मंदिर पहुंचे और प्रशासक गणेश धाकड़ से मिलकर शिकायत की। इस दौरान उन्होंने आपत्ति लेते हुए कहा कि कांग्रेस से जुड़े दर्शनार्थियों को रोका जा रहा है और भाजपा से जुड़े लोगों को बेरोटोक मंदिर में जाने दिया जाता है।
मंदिर के कर्मचारियों का भाजपाईकरण हो गया है। दर्शनार्थियों के साथ इस तरह का भेदभाव करना ठीक नहीं है। अगर यह समस्या खत्म नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा। कांग्रेस से जुड़े लोगों को कोटा सिस्टम का हवाला दिया जाता है। महाकाल मंदिर प्रशासन प्रतिदिन किस दल के कितने लोगों को दर्शन की अनुमति देता है इसकी सूची सार्वजननिक किया जाना चाहिए। ताकि शहर के लोगों को भी पता चला कि किस दल को मंदिर प्रशासन के कर्मचारी तवज्जों दे रहे हैं और किसके साथ भेदभाव कर रहे हैं।
इस संबंध में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र गोयल का कहना है कि शहर अध्यक्ष महेश सोनी, माधवनगर ब्लाक कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष उत्तम जायसवाल, धर्मेंद्र खूबचंदानी, अजय शंकर जोशी समेत कांग्रेस नेता महाकाल मंदिर प्रशासक से मिले। इस दौरान उनसे कांग्रेस से जुड़े नेताओं को कर्मचारियों द्वारा भेदभाव बरतते हुए रोकने पर आपत्ति जताई गई। साथ ही कहा गया कि जो कर्मचारी इस तरह की गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं उनकी लिस्ट बनाई जाएगी। इनके खिलाफ आंदोलन किया जाएगा।
महाकाल मंदिर प्रशासन ने भगवान को 1500 रुपए के नाम पर आम भक्तों को दूर कर दिया है। अब वर्षों से दर्शन करने आने वालों को नहीं रोका जाना चाहिए। वहीं जायसवाल का कहना है कि वे वर्षों से महाकाल मंदिर में भगवान के दर्शन करने जाते हैं। उनके साथ ही कई लोगों को महाकाल मंदिर के कर्मचारी रोकने लगे हैं। प्रशासक के नाम पर दर्शन करने से रोकने का कड़ा विरोध किया जाएगा। भक्तों के साथ इस तरह का बर्ताव करने वालों की लिस्ट बनाकर इनके खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। इनकी कारगुजारियों का सार्वजनिक करके बेनकाब किया जाएगा।