तराना के कनार्दी में हुई हत्या का खुलासा
उज्जैन/तराना, अग्निपथ। महिला की पत्थरों से सिर कुचलकर की गई हत्या का मंगलवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया। महिला की हत्या में षडयंत्रकारी देवरानी थी। उसने प्रेमी, प्रेमी के दोस्त और जीजा के साथ मिलकर जेठानी को मौत के घाट उतारा था। हत्या में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
रविवार सुबह ग्राम कनार्दी में रहने वाली भगवंताबाई पति जितेन्द्र राठौर (28) का शव घर के पीछे जंगल से मिला था। हत्या को पत्थरों से सिर कुचलकर अंजाम दिया गया था। तराना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु की। इस दौरान सामने आया कि मृतका के गांव में रहने वाले किशन पिता मोहनलाल पाटीदार से अवैध संबंध थे। किशन ने मृतका की देवरानी मधु पति ओमप्रकाश से भी संबंध बना लिये थे।
मधु को यह बात पसंद नहीं आ रही थी। उसने किशन को भगवंता की हत्या के लिये तैयार कर लिया। घटना वाली रात योजना के तहत किशन ने भगवंता को फोन लगाया। मधु रात में उसके साथ जंगल में पहुंची। जहां किशन के साथ मधु का जीजा देवकरण फलेरिया निवासी गुराडिया गुर्जर माकडोन, भगवंता का जीजा लालू चौहान निवासी देवली मोहन बड़ोदिया और किशन का दोस्त भारत बोड़ाना ग्राम कनार्दी थे। भगवंता के आते ही उसके सिर पर वजनी पत्थर से वार किया और सभी ने मिलकर मौत के घाट उतार दिया।
तराना टीआई भीमसिंह पटेल ने अपनी टीम के साथ किशन, मधु, भारत को हिरासत में लेकर मृतिका और हत्या की षडय़ंत्रकारी के जीजा को गिरफ्तार कर लिया। पांचों ने हत्या करना कबूल किया है। पुलिस ने उनकी निशानदेही से खून लगे कपड़े, मोबाइल और बाइक जब्त की है। पांचों को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया गया है।
जंगल में फेंका मृतका का मोबाइल
एसडीओपी आरआर अवास्या ने बताया कि हत्या में शामिल महिला और चार युवको को गिर तार करने के बाद सामने आया कि उन्होने मृतका का मोबाइल गेहूं के खेत में फेंक दिया था। रिमांड अवधि में मोबाइल बरामदगी का प्रयास किया जाएगा। मृतका का पति ह माली करता है। घटना वाले दिन वह काम पर गया था। देर रात लौटने पर पत्नी घर पर नहीं थी, दोनों बच्चे रोते मिले थे। उसने आसपास तलाश की लेकिन नहीं पत्नी नहीं मिली। उसे लगा कि गांव में कथा चल रही है, पत्नी वहीं गई होगी। लेकिन सुबह 4 बजे तक नहीं लौटी तो भाई के साथ तलाश में निकला। उस दौरान घर के पीछे शव मिला था।
कॉल डिटेल से मिला सुराग
पुलिस ने घटनास्थल के आसपास मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली। जिसमें मृतका के मोबाइल की लोकेश मिली। उसके संबंध किशन से होना सामने आये तो किशन की कॉल डिटेल निकाली गई। पता चला कि वह मधु के संपर्क में था। वहीं हत्या से पहले उसने मधु के जीजा से भी बात की थी। बस इसी आधार पर हत्या में शामिल लोगों की कडिय़ा पुलिस ने जोड़ ली। हत्या के बाद किशन और मधु को लगा था कि पुलिस उन तक नहीं पहुंच पायेगी। लेकिन 24 घंटे में सभी को गिरफ्तार कर लिया गया।
3 घंटे किया था चक्काजाम
महिला की हत्या होने के बाद भीम आर्मी से सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाकर हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर रोजवास टोल नाके पर चक्काजाम कर दिया था। 3 घंटे तक तराना से शाजापुर के बीच यातायात पूरी तरह से बंद हो गया था। शाजापुर और तराना के अधिकारियों ने बमुश्किल समझाइश के बाद जाम खुलवाया था। महिला दलित समाज से थी, जिसके चलते खुलासे के बाद पुलिस एटीएससी एक्ट की धारा बढाई है।
इनकी रही भूमिका
जघन्य तरीके से की गई हत्या में शामिल आरोपियों का सुराग तलाशने के लिये एएसपी आकाश भूरिया के निर्देश पर तराना एसडीएम एकता जायसवाल, तहसीलदार डीके वर्मा, सोनम भगत टीआई भीमसिंह पटेल, एसआई बाबूलाल चौधरी, एएसआई लोकेन्द्रसिंह, प्रधान आरक्षक मांगीलाल, रामेश्वर, सायबर सेल से राजपालसिंह, महेश, मानसिंह, महिला आरक्षक निधी, रानी कल्पना सहित स्टॉफ की भूमिका रही।