7 सेक्टर में 13 हजार लोग जलाएंगे 12 लाख दीपक
उज्जैन, अग्निपथ। महाशिवरात्रि पर्व पर उज्जैन में अनोखा वल्र्ड रिकार्ड बनने जा रहा है। शिप्रा के तट पर 13 हजार से ज्यादा लोग जुटकर एक साथ 12 लाख से ज्यादा दीपक प्रज्वलित करेंगे। पूरे शहर में प्रज्वलित किए जाने वाले दीपकों की संख्या 21 लाख रहेगी। किसी एक स्थान पर अब तक सबसे अधिक संख्या में दीप प्रज्वलन का रिकार्ड भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या के नाम है। अयोध्या में पिछले साल 3 नवंबर को 9 लाख 41 हजार 551 दीपक लगाए गए थे। महज 5 महीने में ही उज्जैन अयोध्या का यह रिकार्ड ब्रेक कर नया रिकार्ड बनाने जा रहा है।
1 मार्च महाशिवरात्रि की शाम शहर खासकर शिप्रा तट पर होने वाले दीप प्रज्वलन की तैयारियों को लेकर बुधवार शाम कलेक्टर आशीष सिंह ने शहर की विभिन्न धार्मिक, सामाजिक और शैक्षणिक संस्थाओं के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। अकेले शिप्रा तट पर ही 12 लाख से ज्यादा दीपक लगाने का लक्ष्य है लिहाजा इस काम में 13 हजार से ज्यादा वालिएंटर्स की जरूरत होगी। कलेक्टर ने संस्थाओं के पदाधिकारियों से अपने-अपने सहयोगी वालिएंटर्स की सूची उपलब्ध कराने को कहा है।
25 को आएगी वर्ल्ड रिकार्ड की टीम
उज्जैन में 1 मार्च को आयोजित होने वाले दीपोत्सव को वल्र्ड रिकार्ड में दर्ज करने के लिए गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड्स की टीम 25 फरवरी को उज्जैन पहुंच जाएगी। यह टीम दीपोत्सव-2022 की तैयारियों का बारीकी से निरीक्षण करेगी और इसके बाद दीपोत्सव की शाम फाइनल काउंटिंग कर उज्जैन प्रशासन को वल्र्ड रिकार्ड का खिताब प्रदान करेगी। सबसे ज्यादा दीप प्रज्वलन का रिकार्ड अब तक अयोध्या के नाम है, अयोध्या में 3 नंवबर 2021 को सरयू घाट पर 9 लाख 41 हजार 551 दीपक लगाए गए थे।
वर्ल्ड रिकार्ड के लिए वोटिंग जैसा मैनेजमेंट
- रामघाट, दत्तअखाड़ा, सुनहरी घाट, नृसिंह घाट, भूखी माता घाट, धोबी घाट, कर्कराज मंदिर घाट क्षेत्र को 7 अलग-अलग ब्लॉक में विभाजित किया गया है।
- प्रत्येक ब्लाक में नगर निगम और प्रशासन द्वारा एक-एक जोनल अधिकारी की नियुक्ति होगी।
- प्रत्येक जोनल अधिकारी के अंडर में 5-5 दल प्रभारी यानि कुल 35 दल प्रभारियों को तैनात किया जाएगा।
- प्रत्येक दल प्रभारी के साथ 2-2 सहयोगी कर्मचारी यानि कुल 70 कर्मचारियों की तैनाती होगी, ये लोग अपने-अपने सेक्टर में दीपक, तेल, बाती, माचिस व अन्य जरूरी वस्तुओं को पहुंचाना सुनिश्चित करेंगे।
- कुल 7 ब्लॉक में 131 सेक्टर बनाए गए है, प्रत्येक सेक्टर में 100 वालिएंटर्स की तैनाती होगी। दल प्रभारियों द्वारा उपलब्ध कराई गई सामग्री लेकर ये सभी लोग हूटर बजते ही दीप प्रज्वलित करना आरंभ कर देंगे।