धड़ घर में गाड़ा, हाथ-पैर और गर्दन अलग-अलग फेंके
इंदौर। इंदौर में एक महिला ने पति को गला घोंटकर मार डाला। उसके शव को काटकर दफना दिया। उसका सिर, धड़ और हाथ-पैर अलग-अलग जगह ठिकाने लगाए। इसका खुलासा तब हुआ जब 19 साल के बेटे ने नशे में अपने दोस्तों को इस बारे में बताया। उसने कहा कि मम्मी ने पापा की हत्या कर बाथरूम में गाड़ दिया है। पुलिस ने महिला को हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने शुक्रवार सुबह उसके घर में खुदाई शुरू कर दी।
पुलिस ने पहले बाथरूम की खुदाई की, लेकिन वहां कुछ नहीं मिला। फिर महिला ने दूसरी जगह बताई। वहां जेसीबी से खुदाई की तो पति का शव 6 फीट गहराई में मिला। मृतक का धड़ बोरी में बंद मिला। पुलिस उसके हाथ-पैर और गर्दन की तलाश कर रही है। अभी भी खुदाई चल रही है।
टीआई राजेन्द्र सोनी ने बताया, सूचना मिली थी कि उमरीखेड़ा के पास कांकड में रहने वाली 40 साल की सुनीता ने अपने पति बबलू की हत्या कर दी। पूछताछ में पता चला कि पति उससे आए दिन मारपीट करता था। इसके बाद सुनीता ने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस के मुताबिक सुनीता बार-बार अपने बयान बदल रही है।
बाणगंगा में अपने दोस्तों के साथ मिलकर पति कृष्णा उर्फ बबलू पुत्र नरेन्द्र जादौन की हत्या करने वाली पत्नी सपना उर्फ सोनू ने और भी चौकाने वाले खुलासे किये हैं। सोनू ने बताया कि बबलू ने एक करोड़ की इंश्योरेंस पॉलिसी कराई थी। अब दोस्तों के बयान पर पुलिस ने जांच शुरू की है। पुलिस को जांच में सोनू के साथ रिजवान व एक अन्य दोस्त का हाथ होने की बात सामने आई है। पुलिस को बबलू के घर में ढाई लाख रूपये होने की बात भी पता चली थी। जो पुलिस को तलाशी में नहीं मिले।
हाथ-पैर, गर्दन सब अलग-अलग ठिकाने लगाए
सुनीता का पति बबलू उसे आए दिन पीटता रहता था। इसी दौरान उसकी दोस्ती रिजवान (35 वर्ष) से हो गई। दोनों ने 5 फरवरी को दाल-बाटी बनाई। बबलू को दाल में नशीला पदार्थ मिलाकर खिला दिया। इससे वह बेहोश हो गया। सुनीता और रिजवान ने उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी। उसके हाथ, पैर, गर्दन और धड़ काटकर अलग-अलग कर दिए। पुलिस के मुताबिक महिला ने उसके शरीर के टुकड़ों को अलग-अलग जगह फेंका और धड़ को जमीन में गाड़ दिया था।
बेटे ने नशे में खोला राज
महिला का 19 साल का बेटा नशे का आदी है। उसने बुधवार को नशे में अपने दोस्तों के सामने कहा कि मम्मी ने पापा को मारकर बाथरूम में गाड़ दिया है। इसके बाद पुलिस ने सूचना मिलते ही गुरुवार को महिला को हिरासत में ले लिया। जानकारी के मुताबिक महिला पहले गणेशधाम कॉलोनी में रहती थी। आठ दिन पहले ही वह उमरीखेड़ा कांकड में रहने आई थी। उसके घर पर खुदाई का काम भी चल रहा था। पड़ोसियों के पूछने पर उसने बाथरूम बनाने की बात कही थी।
दोस्त की तलाश
पुलिस को सुनीता के दोस्त रिजवान की तलाश कर रही है। उसने साथ में मिलकर पूरे घटनाक्रम को अंजाम दिया था। इस मामले में अभी दोस्त नहीं पकड़ाया है, लेकिन सुनीता और उसके बीच संबंध होने की बात सामने आई है। इसी के चलते बबलू को रास्ते से हटाया गया है।
रिजवान से रांग नंबर से हुई थी दोस्ती
सपना ने पुलिस को बताया कि रिजवान से उसकी दोस्ती रांग नंबर से हुई थी। इसके बाद दोनों एक दूसरे के नंबर पर मिस कॉल देने लगे। कुछ दिन बाद दोनों की बात होने लगी। रिजवान अकेले में उसके घर आता था। इसके बाद उनकी बातचीत होने के साथ संबंध ओर गहरे होते गए। बाद में रिजवान के साथ भय्यू भी आने लगा। सपना उससे भी बात करने लगी।
मटन काटने वाले छुरे से काटा था बबलू को
मृतक बबलू ट्रांसपोर्ट कारोबार से जुड़ा था। एक दिन पहले ही बबलू तमिलनाडु से वापस आया था। अगले दिन वापस जाने वाला था। लेकिन उसके पहले ही पत्नी ने उसे दो दोस्तों के साथ मिलकर हत्या कर दी। पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने बड़े वीभत्स तरीके से वारदात को अंजाम दिया है। आरोपियों ने मटन काटने के औजार से बबलू के अंगों को काटा था। शव को जल्द गलाने के लिये नमक डालकर बोरे में बंद कर दफना दिया था। बबलू के तीन सबसे करीबी दोस्त थे। जिसमें कन्हैया, विनोद और अनिल उसके साथ ज्यादा रहते थे। तमिलनाडु जाने के दौरान बबलू ने कन्हैया को कहा था कि घर में कुछ परेशानी चल रही है। यह भी कहा था कि उसका जल्द ही निपटारा करेगा। लेकिन उसके बाद वह चुप हो गया। वहीं विनोद ने बताया कि कुछ दिन पहले बबलू ने उसे बताया था कि पत्नी उसका इंश्योरेंस कराने के लिये पीछे पड़ी थी। जिसमें उसने एक करोड़ रुपये की पालिसी ले ली थी। उसकी कुछ किश्तें भी वह जमा कर चुका था।
परिवार से भी संपर्क में नहीं था बबलू, 20 साल पहले की थी शादी
बबलू की हत्या की सूचना के बाद उसके परिवार के लोग और भाई भी पहुंचे। बबलू के परिवार वालों ने बताया कि बबलू 4 फरवरी के दिन दोस्त कन्हैया के साथ तमिलनाडु से एक आयशर गाड़ी छोडक़र लौटा था। 5 फरवरी को उसे कालीकट वापस जाना था। दिन में उससे संपर्क करने की कोशिश की लेकिन बबलू ने मोबाइल नहीं उठाया। रात 8 बजे से बबलू का मोबाइल बंद आने लगा। इसके बाद से लगातार तीन दिनों तक मोबाइल की घंटी जाती रही। लेकिन किसी ने उसका मोबाइल नहीं उठाया।
इसके बाद से दोस्त परिवारवालों से उसकी जानकारी लेने पहुंचे। बबलू के भाई प्रवेन्द्र ने बताया कि बबलू तीन भाईयों में सबसे बड़ा था। सबसे छोटा भाई महेन्द्र है। जो बालाघाट में नौकरी करता है। बबलू को 20 साल पहले सपना उर्फ सोनू से प्रेम हो गया था। इसके बाद पिता ने उसे घर से बाहर निकाल दिया था। इसके बाद दोनो गणेशधाम कॉलोनी में रहने लगे थे। कभी-कभी उनकी बबलू से बात होती थी। लेकिन सपना उनके संपर्क में नहीं थी। उन्हें बबलू से बात किये महीनों हो जाते थे।