महाशिवरात्रि: माता पूजन के लिये शीतला के दरबार में पहुंचे शिव-पार्वती

निकाली गई विशाल शोभायात्रा, महिलाओं ने गरबा रास के माध्यम से अपनी भक्तिभावना व्यक्त की

झाबुआ, अग्निपथ। हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस महापर्व पर शिव और पार्वती का विवाह हुआ था और भोलेनाथ ने वैराग्य जीवन त्याग कर गृहस्थ जीवन अपनाया था। इसी कड़ी में स्थानीय विवेकानंद कालोनी में स्थित भगवान उमापति महादेव मंदिर में विगत 21 फरवरी से 1 मार्च तक 9 दिवसीय शिव विवाह कार्यक्रम को को शिव प्रिय महिला मंडल एवं उमापति महादेव महिला मंडल द्वारा धुमधाम से मनाया जा रहा है।

शिवप्रिया महिला मंडल की सुश्री रूकमणी वर्मा द्वारा जानकारी देते हुए बताया कि 26 फरवरी शनिवार को भगवान भोलेनाथ शिवजी एवं माता महामाया पार्वती जी के शुभविवाह के प्रसंग पर माता पूजन का अनुष्ठान प्रात: 9 बजे से किया गया । भगवान भोलेनाथ एवं माता पार्वती जी की अष्टधातू से निर्मित प्रतिमा की शोभायात्रा उमपति मंदिर से ढोल नगारों एवं बेंड बाजों के साथ निकाली गई तथा छोटा तालाब स्थित माता शीतलाजी के मंदिर में जाकर शिव पार्वती की प्रतिमा सहित माता शीतलाजी की श्रीमती संगीता मनोज भाटी एवं श्रीमती लता मनोज चौहान द्वारा की गई । मंत्रोच्चार के साथ इसके पूर्व पण्डित द्विजेन्द्र व्यास, मूरलीधर जोशी उज्जेन, चन्द्रकिशोर जी उज्जैन, एवं दिलीप जोशी उज्जैन द्वारा अनुष्ठान करवाया गया ।

शनिवार को शिवप्रिया महिला मंडल एवं उमापति महादेव मंदिर महिला मंडल द्वारा गणेश पूजन और उसके बाद हल्दी, मेंहदी की रस्म भक्तों ने धूमधाम से की। महिलाओं ने गीत संगीत के साथ सभी रस्म अदा की।

रविवार को विशाल चल समारोह निकाला गया। उमापति महादेव मंदिर से बग्गी में भगवान शिवजी एवं माताजी पार्वतीजी की प्रतिमा को श्रृंगारित कर गाजो बाजो के साथ निकाला गया तथा शीतलामाता पूजन के लिये सैकेडो की संख्या में महिलाओं और श्रद्धालुजनों ने वहां विधि विधान से माता शीतलाजी एवं शिव पार्वतीजी की पूजा की। मंदिर परिसर में महिलाओं द्वारा बेंडबाजों की धुन पर गरबा रास प्रस्तुत कर अपनी भक्तिभावना प्रस्तुत की गई।

पूजा अर्चना के बाद शिव पार्वतीजी की विशाल शोभायात्रा मनकोशवर महादेव मंदिर पहुंची जहां महिलाओं ने गरबा रास प्रस्तुत किये। हर हर महादेव, के नारों से पूरा वातावरण गुजित हो गया। वहां से राजवाड़ा चौक पर शोभायात्रा यात्रा का भव्य स्वागत किया गया, वहां से गोवर्धननाथ मंदिर होते हुए राजवाड़ा चौक पर भी महिलाओं ने गरबा रास प्रस्तुत किया।

यहां भी नगरवासियों ने पुष्पवर्षा कर शोभायात्रा का भव्य स्वागत किया। नगर के मुख्य मार्गो से होते हुए शोभायात्रा बाबबेल चौराहा, थांदला गेट, बस स्टेंड होते हुए उत्कृष्ठ मार्ग होते हुए विवेकानंद कालोनी स्थित उमपति महादेव मंदिर पहुंची। माता पार्वती की प्रतिमा को श्रीमती लता एवं मनोज चौहान तथा शिवजी की प्रतिमा श्रीमती संगीता एवं मनोज भाटी लेकर चल रहे थे । मंदिर परिसर में पण्डित द्विजेन्द्र व्यास एवं श्रीमती व्यास ने शास्त्रोक्त मंत्रों के साथ मंदिर में विधिवत पूजन करवा कर स्थापित किया । पूरा दृष्य एक वैवाहिक कार्यक्रम के रूप में दिखाई दिया ।

मंदिर में उमापति महादेव महिला मंडल एवं शिवप्रिया महिला मंडल द्वारा प्रत्येक महिलाको मेहन्दी एवं सुहाग सामग्री का वितरण किया गया । इस अवसर पर सभी आगन्तुग श्रद्धालुओं के लिये भोजन प्रसादी का आयोजन भी किया गया । सायंकाल 4 बजे से उमापति महादेव महिला मंडल द्वारा संगीतमय नाम संकीर्तन एवं भजनों की प्रस्तुति दी गई ।

सुश्री रूकमणी वर्मा के अनुसार रविवार 27 फरवरी को दोपहर 1 बजे मंडप अनुष्ठान किया जावेगा तथा विद्वान पण्डितों द्वारा मंत्रोच्चार के साथ गृहशांति हवन एवं हल्दी महेन्दी का आयोजन होगा। 28 फरवरी सोमवार को मंदिर पर सायंकाल 7 बजे से महिला संगीत का आयोजन होगा। 1 मार्च को सायंकाल 4-30 बजे उमापति महादेव मंदिर से वर निकासी एवं गोधुली वेला में शिव पार्वती का शुभ विवाह संपन्न होगा।

शिवप्रिय महिला मंडल एवं उमापति महादेव महिला मंडल ने नगर की धर्मप्राण जनता से अधिक से अधिक संख्या में इस धार्मिक अनुष्ठान में सपरिवार उपस्थित रह कर धर्मलाभ लिये जाने की अपील की है।

Next Post

कोरोना के पहले व बाद में कौशल विकास प्रक्रिया पर व्यापक प्रभाव पड़ा : राव

Sat Feb 26 , 2022
उज्जैन, अग्निपथ। अर्थशास्त्र अध्ययन शाला द्वारा आयोजित दो दिवसीय सेमिनार तथा वार्षिक अधिवेशन का समापन 26 फरवरी को किया गया। इस अवसर पर इग्नू के कुलपति प्रो.नागेश्वर राव का सारस्वत सम्मान किया गया। उन्होंने कहा कि कोरोना के पहले तथा बाद में कौशल विकास की प्रक्रिया पर व्यापक प्रभाव पड़ा […]