श्रद्धालुओं को कराए जाएंगे एक घंटे में दर्शन, फ्री ई-रिक्शा चलेगा
उज्जैन, अग्निपथ। महाशिवरात्रि पर्व पर 1 मार्च को श्रद्धालुओं को 1 घंटे में महाकाल के दर्शन कराने की व्यवस्था मंदिर प्रबंध समिति ने की है। पिछले 2 साल से कोरोना महामारी के कारण लगे प्रतिबंध के बाद इस साल ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। इसके लिए प्रशासन ने मास्टर प्लान बनाया है। तीन अलग-अलग लेयर में दर्शन कराए जाएंगे। पहली लेयर आम भक्तों की होगी। दूसरी प्रोटोकॉल मार्ग और तीसरा हरि फाटक से एंट्री दी जाएगी।
दर्शन व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए विगत 2 दिन से कलेक्टर आशीष सिंह और एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल सहित मंदिर प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ द्वारा लगातार मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्रों का दौरा किया जा रहा है। कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व पर डेढ़ लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। इंदौर, देवास, नागदा और बडऩगर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कर्कराज मंदिर में पार्किंग रखी गई है। यहां से श्रद्धालु पैदल गंगा गार्डन तक पहुंचेंगे। यहां जूता स्टैंड और लॉकर फैसिलिटी मिलेगी। पार्किंग के रास्ते से चार धाम मंदिर तक श्रद्धालु पहुंच सकेंगे। दर्शन के बाद प्रवचन हाल के पास बने निर्गम द्वार से बाहर जाएंगे। तीन बैरिकेडिंग के माध्यम से श्रद्धालुओं को प्रवेश मिलेगा। दो बैरिकेडिंग आम श्रद्धालुओं के लिए और तीसरी बैरिकेडिंग 250 रुपए की राशि लेने वालों के लिए होगी। श्रद्धालुओं को 1 घंटे तक लाइन में रहना होगा। मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं के लिए पानी की बोतल की व्यवस्था की है।
पार्किंग से गंगा गार्डन तक फ्री ई रिक्शा
श्रद्धालुओं को ज्यादा पैदल ना चलना पड़े इसके लिए पार्किंग से लेकर गंगा गार्डन तक नि:शुल्क ई रिक्शा की सुविधा रहेगी। महाकाल मंदिर के सहायक प्रशासक ने बताया कि दिव्यांग और बुजुर्गों को प्राथमिकता दी जाएगी। सरफेस पार्किंग और हरी फाटक ब्रिज के पास से भी यह सुविधा मिलेगी।
दर्शन के लिए वीआईपी और प्रोटोकॉल व्यवस्था
महाशिवरात्रि पर कई वीआईपी भी आएंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी पत्नी साधना सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती समेत बड़े नेता यहां पहुंचेंगे। इनकी गाड़ी प्रशासक कार्यालय के पास बने वीआईपी पार्किंग पर पार्क होगी। इसके बाद वीआईपी कंट्रोल रूम होते हुए नंदी मंडपम तक पहुंचेंगे।
250 रुपए में शीघ्र दर्शन की भी व्यवस्था
मंदिर समिति द्वारा 250 रुपए का टिकट लेकर श्रद्धालु शीघ्र दर्शन का लाभ ले सकेंगे। चार धाम मंदिर से बड़ा गणेश मंदिर तक रसीद के लिए काउंटर जगह जगह बनाए जा रहे हैं। इनकी लाइन भी चार धाम मंदिर से शुरू होगी। इसका टिकट भी वहीं पर मिलेगा। जिसके बाद बैरिकेडिंग से होते हुए श्रद्धालु मंदिर के अंदर पहुंचेंगे।
ऐसी रहेगी पार्किंग व्यवस्था
मंदिर समिति ने चार जगह पार्किंग व्यवस्था की है। पहली बार कर्कराज मंदिर के पास बनी है। इसके भरने के बाद त्रिवेणी संग्रहालय के पास बनी नई पार्किंग और कार्तिक मेला ग्राउंड की पार्किंग सहित हरी फाटक ब्रिज के पास बनी पार्किंग का उपयोग किया जा सकेगा। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर उतरने वाले श्रद्धालु मैजिक वाहन और ई रिक्शा से चार धाम के पास तक जा सकेंगे।
प्रसाद के लिए 100 क्विंटल लड्डू
मंदिर का सबसे ज्यादा बिकने वाला छोटू लड्डू प्रसादी की डिमांड साल भर रहती है। चिंतामन मंदिर के पास लड्डूू यूनिट से रोजाना 25 क्विंटल लड्डू तैयार होकर मंदिर पहुंचता है। महाशिवरात्रि के लिए 100 क्विंटल लड्डू बनाए गए हैं। इसकी तैयारी 4 दिन पहले से शुरू कर दी गई थी। शिवरात्रि के दिन श्रद्धालु चारों पार्किंग स्थल के साथ गंगा गार्डन और चार धाम मंदिर के पास बने काउंटर से भी प्रसाद खरीद सकेंगे।