भीड़ बढ़ने पर रोकने पड़े गणेश मंडप से आधा घंटा दर्शन
उज्जैन। महाशिवरात्रि पर्व पर महाकाल बाबा के दर्शन के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ा है। आस्था का महाकुंभ इस तरह पहुंचा कि सुबह दर्शन शुरू करने के समय ही थोड़ी से अफरातफरी का माहौल बन गया। भक्तों की भीड़ बड़ने के कारण गणेश मंडपम बेबी दर्शनार्थियों के प्रवेश। पर कुछ समय के लिए रोक लगानी पड़ी। हालांकि आधे घंटे बाद फिर दर्शन शुरू किए गए इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री और प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भी बाबा महाकाल के दर्शन किए।
सुबह 3 बजे से ही महाकाल मंदिर के पट खोल दिए गए हैं। सबसे पहले भस्म आरती हुई। बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। पट खुलते ही चार धाम मंदिर पर श्रद्धालुओं में भगदड़ मच गई। पुलिस के मेटल डिटेक्टर और कुछ बैरिकेड्स गिर गए। कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि भस्म आरती के बाद श्रद्धालुओं के लिए पट खोले गए, तब यह स्थिति बनी थी। यह स्थिति ज्यादा देर नहीं रही, पुलिस-प्रशासन ने व्यवस्था संभाल ली।
सुबह 10.30 बजे महाकाल मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए गणेश मंडपम से एंट्री रोक दी। कार्तिक मंडपम से दर्शन करवाकर श्रद्धालुओं को बाहर किया गया। आधे घंटे बाद फिर से गणेश मंडप से एंट्री शुरू हुई।
दोपहर 3.30 बजे उमा भारती ने महाकाल के दर्शन किए। इसी समय मंत्री उषा ठाकुर भी बाबा के दर्शन करने पहुंचीं।
महाशिवरात्रि पर्व पर बाबा महाकाल में भस्म आरती के साथ ही भक्तों के दर्शन का सिलसिला शुरू हो गया। भस्म आरती में सबसे पहले भगवान महाकाल को पंडे पुजारियों ने जल चढ़ाया। इसके बाद पंचामृत अभिषेक पूजन में दूध, दही, घी, शक्कर और फलों के रस से अभिषेक किया गया। भांग से अद्भुत श्रृंगार किया गया। सुबह 5.30 बजे से आम भक्तों ने दर्शन करने शुरू किए। दोपहर ढाई बजे तक साढ़े तीन लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।