रुनिजा (बडऩगर), अग्निपथ। बदनावर-रुनिजा व्हाया काछीबड़ोदा सडक़ मार्ग का काम 9 वर्षों के बाद भी पूरा नहीं हो पाया। 13 किलोमीटर लंबी इस सडक़ के निर्माण में लगे दो ठेका कंपनियों को बदलने के अलावा प्रदेश में दो बार सरकारें भी बदल गई लेकिन काम कब पूरा होगा यह प्रश्न क्षेत्र के लोगों को परेशान कर रहा है।
एक दशक में अब तक आधी-अधूरी बनी बदनावर-रूनिजा कीा सडक़ भी उखडऩे लगी है। वर्तमान ठेकेदार को टर्मिनेट करने से सडक़ का काम पुन: बंद हो गया है। अब फिर न जाने कब नए सिरे से टेंडर होंगे, और न जाने कब अधूरी पड़ी सडक़ व पुलिया बनेगी।
रुनिजा में आबादी क्षेत्र का 600 मीटर का टुकड़ा सहित इस मार्ग की कई पुलिया अधूरी पड़ी हैं। इस मार्ग के निर्माण की स्वीकृति वर्ष 2013 में 16 करोड़ की लागत से मिली थी। लेकिन सडक़ निर्माण कंपनी के ढील पोल और लापरवाही के चलते उक्त रोड की प्रगति नहीं हुई और इस कारण उक्त रोड को बनाने में दो-दो बार ठेकेदार बदले गए।
वर्ष 2015 में पहली ठेका कंपनी से काम छिनने के बाद 16 करोड़ 34 लाख रुपये की लागत से देवास की टीआर त्रेहान कंपनी काम करने आई। उसने जिस गति से रोड को खोद कर काम चालू किया तो उम्मीद बंधी थी कि शायद यह कंपनी रोड पूरा कर देगी। लेकिन यहां भी नतीजा वही रहा।
अच्छी सडक़ खोदकर कर दिए गड्ढे
कंपनी द्वारा रोड खोदने के बाद न तो समय पर रोड का काम प्रारंभ किया और न ही इस रोड पर कार्य में कोई प्रगति दिखी। उल्टा जो सडक़ डामर वाली थी उसे भी खोदकर गड्ढों में तब्दील कर दिया। कंपनी की लापरवाही को देखते हुए और काम पूरा नहीं होने पर एक बार फिर शासन द्वारा 16 जनवरी को कंपनी को टर्मिनेट कर दिया और फिर से उक्त रोड का काम एक बार फिर बंद हो गया है।
8 साल में बदनावर से लगाकर धमाना, काछी बड़ोदा, रुनीजा का रोड बना, लेकिन रुनिजा में 600 मीटर का टुकड़ा जो सीमेंट कांक्रीट बनना था वह आज भी अधर में लटक गया है। यही नहीं इस रोड पर काछीबड़ोदा धमाना के आसपास जो पुलिया हैं वह भी अधूरी पड़ी है।
सडक़ के किनारे नालियां भी नहीं बनी है। निर्माण एजेंसी बदनावर विकासखंड का लोक निर्माण विभाग है। विभागीय के सूत्रों ने बताया कि ठेकेदार द्वारा 17 फरवरी से काम बंद कर दिया गया है।
अब नए सिरे से टेंडर होंगे उसके बाद ही पुन: पुलिया व सडक़ का काम प्रारंभ होगा। लगता है रूनिजा वासियों को तब तक गिट्टी व धूल भरे 600 मीटर की टुकड़े में ही सफर करने पर मजबूर होना पड़ेगा।