दूसरे दिन भी जारी रही आर्थिक अपराध शाखा की जांच
उज्जैन, अग्निपथ। महाराजवाड़ा स्कूल के लिपिक पर दर्ज हुए आय से अधिक संपत्ति के मामले में आर्थिक अपराध शाखा की जांच दूसरे दिन भी जारी रही। लिपिक धर्मेंद्र चौहान के घर से आर्थिक अपराध शाखा की टीम को करीब 10 बैंक खातों की जानकारी मिली थी। गुरूवार को सभी बैंको को लेटर भेजकर खातों के स्टेटमेंट मांगे गए है। इसके अलावा जिला शिक्षा अधिकारी को भी कार्यवाही की विधिवत जानकारी भेजी गई है।
बुधवार को पूरे दिन आर्थिक अपराध शाखा की टीम लिपिक धर्मेंद्र चौहान के कृष्ण कालोनी, महालक्ष्मी विहार और बडऩगर रोड़ के धुरेरी गांव स्थित घर पर सर्चिंग की गई। शुरूआती जानकारी में जो खुलासे हुए वे चौंकाने वाले रहे। 1994 में पिता की मृत्यु के बाद अनुकंपा नियुक्त पर लगे धर्मेंद्र चौहान को 28 साल के सेवाकाल में महज 35 लाख रूपए वेतन मिला, जबकि उसके पास से अब तक करोड़ो रूपए कीमत की संपत्ति की जानकारी हांसिल हो चुकी है।
प्रकरण की जांच कर रहे आर्थिक अपराध शाखा के निरीक्षक अजय संकत ने बताया कि धर्मेंद्र चौहान और उनके परिवार के सदस्यों के नाम जो बैंक खाते मिले थे, गुरूवार को उन सभी डिटेल बैंको से तलब की गई। बैंक खातों में लेन-देन की जानकारी सामने आने के बाद धर्मेंद्र चौहान के पास मिली संपत्ति का आंकड़ा बढ़ सकता है।
अब तक हुआ खुलासा
- धर्मेंद्र चौहान के पास कृष्ण कालोनी, महालक्ष्मी विहार और धुरेरी गांव में 3 मकान मिले है। कृष्ण कालोनी वाले मकान की अनुमानित कीमत 70 लाख, महालक्ष्मी विहार के मकान की अनुमानित कीमत 40 और धुरेरी के मकान की कीमत करीब 8 लाख रूपए आंकी गई है।
- धुरेरी में एक गोदाम मिला है, इसकी अनुमानित कीमत भी करीब 8 लाख रूपए है, इसके अलावा एक स्वीफ्ट कार, 2 दो पहिया वाहन, 2 ट्रेक्टर, 34 हजार 230 रूपए नगद मिले है।
- चौहान की एक पेट्रोल पंप और गिट्?टी खदान में भागीदारी के दस्तावेज, आम लोगों को ब्याज पर 35 लाख 9 हजार रूपए दिए जाने के दस्तावेज, 15 लाख 52 हजार रूपए कीमत के सोने के आभूषण, 1 लाख 16 हजार रूपए कीमत के चांदी के आभूषण मिले है।
- धर्मेंद्र चौहान के नौकर के नाम से 6 बीघा और खुद चौहान व परिवार के लोगों के नाम से 83.5 बीघा जमीन होने की जानकारी सामने आई है।
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