उज्जैन, अग्निपथ। चाय की दुकान पर काम करने वाले युवक के खातों से करोड़ों का लेनदेन मामले में शुक्रवार को सीएसपी ने युवक और उसकी मां के बयान दर्ज किये है। युवक ने आरक्षक और कोतवाली सीएसपी पर ाी गंभीर आरोप लगये थे।
मोहननगर में रहने वाले राहुल मालवीय को नौकरी का झांसा देकर इंदौर के सौरभ यादव ने चार बैंकों में खाते खुलवा लिये थे। कुछ माह में खातों से 5 करोड़ का ट्रांजेक्शन होने पर मामला उजागर हुआ तो राहुल ने अपने खाते से 23 लाख निकालकर मकान खरीद लिया था। सौरभ को पता चला तो उसने आने साथी भोला के साथ आकर राहुल को माधवनगर थाने में लाकर आरक्षक केशव के साथ मिल मारपीट की और मकान वापस भोला के नाम करा लिया।
मामला कलेक्टर की जनसुनवाई से एसपी कार्यालय पहुंचने पर सामने आया कि राहुल शिकायत लेकर कोतवाली थाने गया था। जहां सीएसपी पल्लवी शुक्ला पर 5 लाख मांगने का मामला भी सामने आया। जिसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर की गई। मामला गंभीर होने पर एसपी सत्येन्द्र शुक्ल ने आरक्षक को सस्पेंड कर मामले की विभागीय जांच सीएसपी हेमलता अग्रवाल को सौंपी।
शुक्रवार को सीएसपी अग्रवाल ने राहुल और उसकी मां जयश्री के बयान दर्ज किये है। बताया जा रहा है कि राहुल ने सीएसपी शुक्ला पर पैसे मांगने और आरक्षक द्वारा मारपीट करने की बात दोहराई है। सीएसपी अग्रवाल के अनुसार वह पुलिस पर लगे आरोपों की जांच कर रही है।
ट्रांजेक्शन मामले में दर्ज होगा केस
राहुल के खातों से हुए करोड़ों के ट्रांजेक्शन मामले में एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल ने माधवनगर टीआई को केस दर्ज कर जांच शुरु करने के निर्देश दिये है। वहीं कोतवाली सीएसपी के नाम से मांगे गये 5 लाख रुपये के संबंध में सुनील बैरागी का नाम सामने आने पर उसके खिलाफ भी केस दर्ज करने की तैयारी शुरु कर दी गई है। देर शाम राहुल और उसकी मां जयश्री माधवनगर थाने पहुंच गये थे।
टीआई मनीष लोधा मां-बेटे के बयान दर्ज कर ट्रांजेक्शन और खातों की जानकारी ले रहे थे। संभवत: देर रात मामले में केस दर्ज कर लिया जाएगा। बताया जा रहा है कि माधवनगर में मारपीट कर मकान नाम करने वालों में इंदौर के रहने वाले भोला नामक युवक को माधवनगर थाना पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।