झाबुआ-थांदला, अग्निपथ। आदिवासी लोक परंपरा के महोत्सव भगोरिया में शामिल होने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी पत्नी साधना सिहं मंगलवार को अंचल के थांदला में पहुंचे। यहां उन्होंने भगोरिया हाट में आदिवासी जनों के साथ उत्साह से भाग लिया।
मुख्यमंत्री व उनकी पत्नी को इस दौरान आदिवासी संस्कृति के परिधान पहनाये गये। शिवराज सिंह चौहान ने आदिवासी झूलड़ी पहनी और सिर पर साफा बांधा, वहीं श्रीमती साधना सिंह ने आदिवासी कपड़े पहनने के साथ ही आदिवासियों के चांदी से बने आभूषण भी पहने, उसके बाद हाथ मेें तीर कामठी लिये मुख्यमंत्री और साधनासिंह सर पर आदिवासी टोकनी उठाये ढोल और मांदल की थाप पर आदिवासियों के साथ नाचते गाते चले।
स्थानीय मण्डी प्रांगण मेें बने मंच पर आपका थांदला वासियों ने स्वागत अभिन्नंदन किया। फिर मुख्यमंत्री एक खुली जिप में सवार होकर आदिवासी भगोरिया गेर, रैली के रूप मेें थांदला नगर मेें भगोरिया हाट देखने निकले। उनकी गाड़ी के आगे आदिवासीगण ढोल मांदल बजाते नाचते, गाते, कुर्राटीयां मारते चल रहे थे। थांदला के गेर मार्गों पर जगह-जगह थांदलावासियों ने शिवराजसिंह चौहान का पुष्प वर्षा कर और मालाएं भेंटकर भावभीना स्वागत किया। शिवराजसिंह रैली के रूप मेें मंडी प्रांगण से लेकर मुख्य बाजारों में घुमेें और उन्होंने भगोरिया हाट बाजार कैसे भरता है, आदिवासी संस्कृति को नजदीक से देखा और समझा।
भगोरिया हाट में पहुंचकर शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वे इस जनजातिय पर्व में आकर अभिभूत हैं। यह आदिवासी पर्व का आदिवासियों को साल भर इंतजार रहता है। प्रदेश सरकार हमेशा आदिवासियों के साथ खड़ी है उनके सुख-दुख मेें उनका मामा उनका मुख्यमंत्री उनके साथ हैं। आपने भगोरिया पर्व को पर्यटन की दृष्टि से और इसे अलग पहचान दिलाने के लिये प्रदेश सरकार की और से हर संभव मदद करने का ऐलान भी किया। थांदला भगोरिया मेले में बड़ी संख्या में हजारों की संख्या मेें जनजातिय वर्ग के लोग अपने सांस्कृतिक पहनावे के साथ ढोल, मांदल, बांसुरी आदि वाद्य यंत्रों को बजाते नाचते, कूदते पहुंचे और भगोरिया मेले का खुब आंनद लिया।
भगोरिया पर्व में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के सपत्नीक सम्मिलित होने पर जनजातीय समाज के लोगों में काफी उत्साह देखा गया। दो वर्ष बाद पूरी रंगत के साथ भगोरिया पर्व मनाया गया और उसमेें अपने बीच मुख्यमंत्री को देखकर लोगों की मस्ती का आलम ही अलग हो गया। हेलीपेड पर उतरे जहॉ पर सासद गुमानसिंह डामोर, अजजा प्रदेशाध्यक्ष कलसिंह भाबर, जोबट विधायक सुलोचना रावत, जिलाध्यक्ष लक्ष्मणसिंह, भाजपा उपाध्यक्ष नागरसिंह चौहान, भाजपा नेता माधोसिंह डावर, विश्वास सोनी, संजय भाबर ने आगवानी कर स्वागत किया।
मुख्यमंत्री का उक्त दौरा अजजा प्रदेशाध्यक्ष कलसिंह भाबर के प्रयासों से तय हो पाया था। मुख्यमंत्री ने जनजातिय समाज के पर्व पर आमंत्रित करने के लिये कलसिंह भाबर को धन्यवाद दिया। प्रशासन की व्यापक तैयारियों में कार्यक्रम को भव्य स्वरूप दिया। मण्डी परिसर में भगोरिया नृत्य के लिये पुलिस बल के महिला-पुरूषों व छात्रावास अधीक्षिकाओं की विशेष टीम तैयार की गई थी जो भगोरिया के आर्कषण का केन्द्र रही। वहीं पुरानी पेंशन की मांग को लेकर आजाद अध्यापक संघ की शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भी पारंपरिक वेशभूषा पहनकर मुख्यमंत्री का ध्यान अपनी ओर खींचने का प्रयास किया।
कार्यक्रम में कलेक्टर सोमेश मिश्रा, पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता, उपपुलिस अधीक्षक आनदसिंह वास्कले, एसडीएम अनिल भाना, डीआर अवरीश, वैद्य सहायक आयुक्त प्रशंात आर्य, तहसीलदार शक्तिसिंह बघेल, नायब तहसीलदार अनिल बघेल आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम स्थल पर मीडियो के लिये व्यवस्था नहीं होने से मीडियाकर्मियों ने नाराजगी व्यक्त की। वहीं स्वागत के दौरान युवानेता विक्रम सिंगोड व अन्य चार लोगों की जेब पर जेबकतरों ने हाथ साफ कर दिये। मुख्यमंत्री के दौरे की वजह से छोटे व्यापारियों में निराशा रही। प्रशासन सख्ती की वजह से बाजार में दुकानें नहीं लग पाई जिस वजह व्यापारियों ने आक्रेाश व्यक्त किया।