होली की शाम तैनात करना पड़ा पुलिस बल
उज्जैन, अग्निपथ। पारदी समाज के दंपति के बीच होली पर्व की शाम हुए विवाद में दोनों के परिवार आमने-सामने हो गये। दोनों ओर से जमकर हथियार चले। घटनास्थल से अस्पताल तक तीन थानों का बल तैनात करना पड़ा। मामले में दोनों पक्षों पर प्राणघातक और बलवे का प्रकरण दर्ज किया गया है।
पंवासा स्थित वर्माजी का कुआं निवासी चंदुल पिता प्यारेलाल पारदी की बेटी रोहिणी का विवाह छुमछुम बाबा की दरगाह के पास रहने वाले राजाबाबू पारदी के साथ हुआ है। होली की शाम राजाबाबू शराब के नशे में था। उसका पत्नी से विवाद हो गया। बात इतनी बढ़ी कि रोहिणी ने पिता चंदूल को खबर कर दी। पिता, भाई और परिवार के 20 से अधिक लोग बाइक पर सवार होकर छुमछुम बाबा के पास पारदी डेरे में पहुंच गये।
जहां दोनों परिवार के बीच जमकर पत्थर, डंडे और तलवार चल गई। नीलगंगा पुलिस पहुंची, लेकिन हालत काफी बिगड़े थे कि मौके बल बुलाना पड़ा। विवाद में आधा दर्जन लोग घायल हो चुके थे। जिन्हें उपचार के लिये अस्पताल पहुंचाया। जहां कोतवाली थाने का बल तैनात कर दोनों पक्षों के घायलों को अलग-अलग वार्ड में भर्ती किया गया।
नीलगंगा टीआई के अनुसार घायलों में चंदूल पारदी, जाया पारदी, राजाबाबू, सालू पारदी, गजेन्द्र पारदी, आरती और अन्य घायल है। चंदुल पारदी की ओर से राजाबाबू, भूरिया, बबलू, कार्तिक, देवराज और राजेन्द्र पारदी भूरिया पारदी की शिकायत पर चंदुल, जाया, गौतम, सिद्धांत, आशु और आकाश के खिलाफ धारा 307 और बलवे की धारा 147, 148, 149 में प्रकरण दर्ज किया गया।
पुलिस को हटना पड़ा पीछे
पारदी समाज के बीच हुए विवाद में चंदूल छुमछुम बाबा की दरगाह से भागकर गदापुलिया तक आ गया था। उसके पीछे तलवार लेकर आये तीन-चार लोगों ने उसे घेर लिया और हमला करने लगे। इसी बीच 3 पुलिसकर्मी वहां से गुजर रहे थे। उन्होने हमलावरों को रोकने का प्रयास किया तो हमलावरों ने उन्हे तलवार दिखाकर धमकाया। जिसके चलते उन्हे पीछे हटना पड़ा। हमलावरों के जाने पर पुलिसकर्मी भी उनका थाना क्षेत्र नहीं होने पर मौके से रवाना हो गये। घायल को आटो से लोगों ने अस्पताल पहुंचाया।