सामुदायिक भवन में उड़ा रंग-गुलाल, अधिकारियों से लेकर पुलिसकर्मी रंगे नजर आए
उज्जैन, अग्निपथ। होली पर्व की सुरक्षा में तैनात पुलिस विभाग की थकान शनिवार को ढोल-डीजे की धुन पर थिरकते कदम से दूर हो गई। सामुदायिक भवन में जमकर रंग-गुलाल उड़ा और अधिकारी से लेकर पुलिसकर्मी तक सब रंग में रंगे नजर आये।
शहरवासियों की होली में खलल ना पड़े और पर्व शांति के साथ मनाया जा सके, इसको लेकर पुलिस प्रशासन ने गुरुवार शाम से कमान संभाल ली थी। पूरे जिले में शुक्रवार शाम तक होली की व्यवस्था संभालने के लिये मैदान में डटी पुलिस थक कर चूर हो चुकी थी, लेकिन शनिवार की सुबह पुलिस विभाग में मनाई जाने वाली होली को लेकर उत्साह दिखाई दिया। सुबह थानों में रंग-गुलाल उडऩे के बाद पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को काफिला पुलिस लाइन स्थित सामुदायिक भवन की ओर रुख कर चुका था।
जहां पहुंचते ही थक चुकी पुलिस की थकान कुछ पल में ही डीजे और ढोल की धुन पर दूर हो गई। आईजी, डीआईजी, एसएसपी, एएसपी के पहुंचते ही ऐसा रंग जमा की पता ही नहीं चला कि कौन अधिकारी है और कौन आरक्षक। सब साथ थिरक रहे थे और एक दूसरे को रंग लगा रहे थे।
आईजी ने गुनगुनाया गीत
मस्ती में डूबे आईजी संतोषकुमार सिंह जैसे ही रंगों में डूबे उन्होंने हाथों में माइक थाम लिया और नीले-नीले अम्बर पर चांद जब आये, गीत गुनगुनाना शुरु कर दिया। डीआईजी अनिल कुशवाह अपने कदमों को नहीं रोक पाये और थिरकने लगे। गीतों की श्रृखंला में एसआई महेन्द्र मकाश्रे भी पीछे नहीं रहे।
2 साल बाद दिखा उत्साह
कोरोना काल के 2 सालों ने पुलिस की होली का रंग पूरी तरह से फीका कर दिया था। लगातार ड्यूटी में तैनात पुलिस त्यौहारों को नहीं मना पाये थे, इस बार कोरोना के सभी प्रतिबंध समाप्त होने पर और शहर में शांति के साथ पर्व पूरा होने पर पुलिस की होली का उत्साह भी जमकर दिखाई दिया।