रूम नहीं होने के चलते यजमानों को परेशानी, लॉकर आदि की रहेगी व्यवस्था
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में मंदिर प्रशासन द्वारा व्यवस्थाएं बनाने का कार्य किया जा रहा है। मंदिर में सोला बदलने का कक्ष तो है, लेकिन यहां पर भीड़ अधिक होने के कारण पुजारी पुरोहितों के यजमानों को परेशानी होती है। सोला बदलने के लिए अलग से कक्ष भी नहीं है। लेकिन अब मंदिर प्रशासन इनकी परेशानी को ध्यान में रखते हुए सोला बदलने के लिए एक अस्थाई हॉल फेसिलिटी सेंटर के उपर बनवाने जा रहा है।
महाकालेश्वर मंदिर के 16 पुजारी और 22 पुरोहितों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए मंदिर प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ आगामी दिनों फेसेलिटी सेंटर के उपर एक अस्थाई हॉल का निर्माण करवाने जा रहे हैं। पूरा हॉल एल्युमिनीयम का बनाया जाएगा। यहां पर पुजारी पुरोहितों के यजमानों को आराम से सोला बदलने का मौका मिलेगा।
ज्ञातव्य रहे कि चार नंबर गेट पर मंदिर प्रशासन की ओर से 1500 रुपए अभिषेकधारियों के लिए सोला-साड़ी बदलने का कक्ष बनाया गया है। लेकिन भीड़ अधिक होने के कारण पुजारी पुरोहितों को अपने यजमानों को सोला बदलवाने में काफी समय खर्च करना पड़ता है। ऐसे में उनकी छवि भी प्रभावित होती है। लेकिन अब हाल का निर्माण हो जाने से पुजारी पुरोहित और उनके यजमानों को काफी राहत मिलेगी।
लॉकर सुविधा भी मिलेगी
16 पुजारी और 22 पुरोहितों के लिए हॉल में लॉकर भी रखवाए जाएंगे। सभी के लिए पृथक लॉकर की व्यवस्था रहेगी। ऐसे में यजमानों के कपड़े, पर्स, बेल्ट आदि भी सुरक्षित रहेंगे। इसके लिए पृथक से व्यवस्था करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। यहीं पर पुजारी पुरोहित अपने यजमानों के लिए सोला-धोती, साड़ी लॉकर से निकाल कर पहनाएंगे।
इसमें समय भी कम खर्च होगा। ज्ञातव्य रहे कि 1500 रुपए के अभिषेकधारियों को गर्भगृह से दर्शन के लिए सुबह 6 से 9, दोपहर 12 से 1 और शाम 6 से 8 बजे तक का समय निश्चित किया गया है। दोपहर में समय कम होने के कारण बड़ी संख्या में पुजारी पुरोहितों के यजमान भगवान महाकाल के दर्शन करने से वंचित हो जाते हैं।
इनका कहना
पुजारी पुरोहितों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए हॉल का निर्माण करवाया जाएगा। भीड़ के मद्देनजर 5 नंबर गेट पर एक शिफ्ट में दो कर्मचारियों की तैनाती को मंजूरी दे दी है।
गणेश कुमार धाकड़, प्रशासक महाकालेश्वर मंदिर
5 नंबर गेट पर एक शिफ्ट में दो कर्मचारी
महाशिवरात्रि पर्व के बाद से ही मंदिर में प्रतिदिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ भगवान महाकाल के दर्शन को उमड़ रही है। ऐसे में 13 नंबर गेट बंद किए जाने के कारण 1500 रसीद धारी, प्रोटोकाल, वीआईपी सहित अन्य इसी गेट से प्रवेश कर रहे हैं। यहां पर सुबह के समय भीड़ का दबाव अधिक रहता है।
ऐसे में एक कर्मचारी और एक सुरक्षाकर्मी को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। मंदिर प्रशासन श्री धाकड़ को जानकारी लगी तो उन्होंने एक शिफ्ट में दो कर्मचारी और दो सुरक्षाकर्मी की तैनाती को मंजूरी दे दी है।