चेक लेकर आये पालकों को रिजल्ट देने से इंकार, स्कूल में बनी विवाद की स्थिति
उज्जैन, अग्निपथ। मक्सीरोड स्थित सेंट थॉमस स्कूल पर सोमवार सुबह खासा हंगामा खड़ा हो गया। इस स्कूल में बालिका का रिजल्ट लेने पहुंचे एक पिता से स्कूल प्रबंधन ने फीस जमा कराने को कहा। पालक ने फीस चेक के रूप में जमा कराना चाही तो स्कूल प्रबंधन ने साफ कह दिया कि जब तक चेक क्लियर नहीं हो जाता, तब तक रिजल्ट नहीं मिलेगा। कुछ और अभिभावकों की भी ठीक इसी तरह की शिकायत थी। इस मुद्दे पर जिम्मेदारों से पालकों ने चर्चा करना चाही तो उनके साथ दुव्र्यवहार भी किया गया।
सेंट थॉमस स्कूल प्रबंधन शुरूआत से ही सभी अभिभावकों से स्कूल फीस चेक के जरिए ही जमा कराता आ रहा है। सोमवार सुबह रतन एवेन्यू निवासी गोपाल राय कक्षा 9 वीं में पढऩे वाली अपनी बेटी की मार्कशीट लेने पहुंचे। स्कूल की बकाया फीस के एवज में वे 10 हजार 800 रुपए का चेक लेकर स्कूल पहुंचे थे। स्कूल वालों ने चेक तो जमा कर लिया लेकिन रिजल्ट देने से मना कर दिया। कहा जब चेक क्लियर होगा तब रिजल्ट दिया जाएगा। गोपाल राय इस पर भडक़ गए, उन्होंने स्कूल प्रबंधन के प्रमुख पदाधिकारियों से बात की। बातचीत का कोई हल नहीं निकला, गोपाल राय वापस घर लौटे।
नगद रुपयों का प्रबंध किया और इसके बाद दोबारा स्कूल की लाइन में लगकर फीस जमा कराई। इसके बाद उन्हें रिजल्ट मिल सका। स्कूल में बच्चों की मार्कशीट लेने पहुंचे कुछ और अभिभावकों के साथ भी ठीक इसी तरह की स्थिति बनी और पालकों में काफी रोष देखा गया। कुल पालकों ने मामले में कलेक्टर को भी शिकायत की है।
मामला जब कलेक्टर तक पहुंचने की स्थिति बनी तो स्कूल का अधिकांश स्टॉफ व जिम्मेदार सदस्य फोन बंद कर मौके से गायब हो गये। पालक गोपाल राय ने बताया कि हमारी कोई फीस बकाया नहीं है। इसी साल की फीस जमा होना थी। हर बार स्कूल फीस चेक से ही जमा की गई है। ऐसे निर्देश नोटिस बोर्ड पर भी स्कूल प्रबंधन ने लिख रखे हैं।
नोटिस बोर्ड पर लिखा है-नकद फीस जमा नहीं होगी
स्कूल प्रबंधन ने नोटिस बोर्ड पर स्पष्ट लिखा है कि फीस नकद जमा नहीं होगी। चेक या अन्य ऑनलाइन पेमेंट के जरिए भुगतान किया जाना है। दूसरी ओर स्कूल प्रबंधन खुद अपने नोटिस के निर्देशों की अवहेलना कर केश जमा करने के लिए दबाव बना रहा है।