थांदला, अग्निपथ। राजस्व विभाग की अनदेखी की वजह से शासकीय भूमियों पर अतिक्रमणकर्ताओं के हौंसले बुलंद हैं। अतिक्रमणकर्ता नालों और पुल-पुलियाओं के आसपास भी पक्के अतिक्रमण कर रहे हैं। नगर के बायपास मार्ग पर बनी पुलिया के नीचे रसूखदार निजी भूमि स्वामी ने अतिक्रमण कर पहले कालम खड़े किये उसके बाद सीमेन्ट कांक्रीट की दीवार खड़ी कर दी।
राजस्व विभाग में शिकायत दर्ज करवाने के बाद अनुविभागीय अधिकारी ने निजी भूस्वामी के अवैध निर्माण को रोकने के आदेश दिये थे जिसके बाद निर्माण कार्य रोका गया था। किन्तु निर्माणकर्ता ने कुछ समय बाद उक्त आदेशों की भी धज्जियां उड़ाते हुए शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर दीवार का निर्माण कार्य फिर प्रारंभ कर दिया।
गौरतलब है कि बायपास मार्ग पर एक शासकीय सर्वे नं. 336 की रिक्त भूमि है जिस पर कई रसूखदारों अतिक्रमणकर्ताओं की निगाहे लगी हुई, जिस पर अतिक्रमण की षिकायत के बाद अनुविभागीय अधिकारी अनिल भाना के निर्देश पर तहसीलदार शक्तिसिंह चौहान ने 7 जनवरी को राजस्व निरीक्षक व पटवारियों का पांच सदस्यीय दल बनाया था, जिसे शासकीय भूमि पर अतिक्रमण व सर्वे नं 336 मेें बह रहे नाले के स्थान पर राजस्व रिकार्ड में रास्ता बना दिये जाने की जांच कर सीमांकन करना था, लेकिन उक्त जांचदल ने भी लापरवाही पूर्ण तरीके से कार्य करते हुए एक माह बाद 4 फरवरी को मौका मुआयना कर जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत किया, जिसमें जांच दल ने माना कि राजस्व रिकार्ड का कम्प्युटरीकरण होने पर त्रुटिवश नाले के स्थान पर रास्ता अंकित हो गया था मौके पर नाला होने से राजस्व रिकार्ड मे सुधार किया जाना उचित है वहीं सर्वे न. 336 के सीमांकन के संबध मे दल ने अतिक्रमणकर्ता का बचाव करते हुए बताया कि शासकीय सर्वे नं के पास एक निजी भूस्वामी की के मालिकी की भूमि के साथ शासकीय भूमि पर अतिक्रमण भी प्रतीत होता है तथा उक्त सर्वे नं के आसपास स्थायी व पक्की सरंचनाए बन जाने से सीमांकन किया जाना संभव नहीं है।
जिस वजह से नक्शे से मौका मिलान नहीं हो पा रहा है इसलिये सीमांकन कार्य हेतु जिले के राजस्व निरीक्षकों का जांच दल गठित कर सीमांकन करवाये जाने की आवष्यकता है। उक्त जांच रिपोर्ट को भी अतिक्रमणकर्ता मे नजरअंदाज कर धडल्ले से नाले में दीवार का निर्माण जारी रखा। नाले में निर्माण की शिकायत कलेक्टर सोमेश मिश्रा के समक्ष पहुंची तब कही जाकर निर्माण कार्य बंद हुआ।