ऐसा भी होता है …
उज्जैन, अग्निपथ । बुधवार को शहीद दिवस था। जिसे स्मार्ट सिटी के बैनर तले मनाया गया। शहीद पार्क पर कार्यक्रम हुआ। मगर ताज्जुब की बात यह है कि इस कार्यक्रम में किसी भी माननीय जनप्रतिनिधि को नहीं बुलाया गया। बस … स्मार्ट सिटी के कार्यपालिक निदेशक और महाकाल मंदिर प्रशासक की मौजूदगी में शहीद दिवस मनाया गया।
अमर शहीद भगतसिंह- सुखदेव और राजगुरू को बुधवार के दिन देश ने याद किया। उनके बलिदान को लेकर। जिसके चलते स्मार्ट सिटी कार्यपालिक निदेशक अंशुल गुप्ता की मौजूदगी में एक कार्यक्रम हुआ। जिसकी विशेषता यह थी कि … मंत्री- सांसद- विधायक को इसकी भनक तक नहीं लगी।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से महाकाल मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ और अपर आयुक्त नगर निगम आदित्य नागर ही नजर आये। हालांकि श्री गुप्ता, नगर निगम आयुक्त भी है। मगर इस कार्यक्रम में नगर निगम के बाकी अधिकारियों में से कोई भी नजर नहीं आया। नतीजा कार्यक्रम में 50 से ज्यादा की भीड नहीं जुट पाई।
जबकि शहीद दिवस कार्यक्रम में अगर शहर के प्रबुद्धजनों और गणमान्य नागरिकों को जोड़ा जाता तो अच्छी- खासी भीड हो जाती और जिन शहीदों के परिजनों का सम्मान किया गया, उनकीे भी खुशी मिलती।
कमाल किया …
विदित रहे कि स्मार्ट सिटी सीईओ आशीष पाठक बुधवार से दिल्ली में है। हमारे सूत्रों का कहना है कि कार्यक्रम की रूपरेखा कार्यपालिक निदेशक की देखरेख में बनी। जिसमें केवल मंदिर प्रशासक को बुलाया गया। सूत्रों पर अगर यकीन किया जाये तो प्रशासन और पुलिस विभाग को भी इस कार्यक्रम की कोई विधिवत सूचना नहीं दी गई। जिसके चलते प्रशासन और पुलिस विभाग से कोई भी प्रतिनिधि नजर नहीं आया।
शिकायत …
दिल्ली में मौजूद सांसद अनिल फिरोजिया ने दूरभाष पर बताया कि … जिला प्रशासन द्वारा लगातार प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया जा रहा है। जिसकी शिकायत उनके द्वारा लिखित में संसदीय प्रोटोकॉल समिति को की जा रही है।
विधायक पारस जैन ने भी दूरभाष पर बताया कि … उनको शहीद पार्क के कार्यक्रम की कोई सूचना नहीं मिली। इधर उच्च शिक्षा मंत्री के करीबी सूत्रों का कहना है कि … उनको भी इस कार्यक्रम का कोई आमंत्रण नहीं दिया गया।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव को वाट्सअप पर अग्निपथ ने मैसेज करके सवाल भी पूछा। मगर उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया। निगम के पूर्व सभापति सोनू गेहलोत को भी कार्यक्रम की कोई सूचना नहीं दी गई।