18 घंटे में पुलिस ने किया गिरफ्तार, भैंस को लेकर हुआ था विवाद
उज्जैन, अग्निपथ। कुएं से मिली पंजाब के वृद्ध की लाश के मामले में पुलिस ने शुक्रवार को खुलासा कर दिया। हार्वेस्टर मशीन से भैंस टकराने पर पिता-पुत्र ने हमला करने के बाद वृद्ध को कुएं में फेंक दिया था।
तराना टीआई भीमसिंह पटेल ने बताया कि 22 मार्च की रात ग्राम कचनारिया में रहने वाले सत्यनारायण नागर के खेत में बने कुएं से वृद्ध की लाश बरामद हुई थी। जिसकी पहचान पुत्र जगसीर जाट ने पिता नछातरसिंह पिता जीतसिंह जाट (55) निवासी संगरुर थाना लहरांगना पंजाब के रुप में की थी। पुत्र ने एक दिन पहले पिता की गुमशुदगी घट्टिया थाने में दर्ज कराई थी। मृतक के शरीर पर चोंट के निशान होने पर मामला हत्या का सामने आया था।
पुत्र ने बताया कि पिता का ग्राम भैंसाखेड़ी में रहने वाले 2 लोगों से विवाद हुआ था। पिता की हार्वेस्टर से दोनों की भैंस टकरा गई थी। जिसकी घायल होने के बाद मौत हो गई थी। घटनास्थल पर दोनों ने पिता और उसके साथ मारपीट की थी। पुलिस ने इसी आधार पर अपनी जांच शुरु की और भैंसाखेड़ी के रहने वाले मनोहरसिंह राजपूत और उसके बेटे खुशालसिंह को पूछताछ के लिये हिरासत में लिया।
दोनों ने कबूल किया कि भैंस टकराने पर हुए विवाद के बाद रात में दोबारा से लाठी डंडे लेकर हार्वेस्टर चालक को मारने पहुंचे थे। उसे जमकर पीटा था, लेकिन वह जान बचाकर भाग निकला था। पीछा कर उसे कुएं में फेंक भाग निकले थे। पुलिस ने दोनों पिता-पुत्र के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। शनिवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
एजेंटों से पूछताछ के बाद मिला सुराग
टीआई पटेल के अनुसार मृतक हर वर्ष हार्वेस्टर मशीन लेकर फसल कटाई के लिये आता था। उसे हार्वेस्टर एजेंन्ट विजेन्द्र निवासी भैंसाखेड़ी और राजेन्द्र निवासी ग्राम तिलावद तराना बुलाते थे। दोनों को थाने बुलाकर विवाद की जानकारी ली गई। मृतक अपने बेटे के साथ विजेन्द्र के गोदाम पर रुका था। उसने विवाद में शामिल पिता-पुत्र के नाम बता दिये। जिसके आधार पर सुराग मिला और पुलिस ने 18 घंटे में मामले का खुलासा कर दिया।
इनकी रही भूमिका
पंजाब से आये वृद्ध की हत्या का खुलासा करने पर एसआई बाबूलाल चौधरी, त्रिभुवनसिंह कुशवाह, एएसआई लोकेन्द्रसिंह, प्रधान आरक्षक मानसिंह, आरक्षक आदिराम, सैनिक राहुल और आनंदीलाल की भूमिका रही।