कार्तिकेय मंडपम के जलपात्र को शुरू किया, लोटा और जल भी मंदिर प्रशासन कराएगा उपलब्ध
उज्जैन, अग्निपथ। विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में अब आज से आम श्रद्धालुओं को भी जलाभिषेक की सुविधा मिलेगी। करीब दो वर्ष से कोरोना काल में बंद हुआ जलाभिषेक को आज से फिर से शुरू किया जा रहा है।
जलपात्र सभामंडप स्थित जलद्वार और कार्तिकेय मंडपम में लगाया गया है। जिसमें आम और वीआईपी श्रद्धालु जल डालकर सीधे भगवान महाकाल के मस्तक पर अर्पण करेंगे।
महाकालेश्वर मंदिर प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने बताया कि विगत दो वर्ष से आम श्रद्धालुओं के लिए यह व्यवस्था बंद थी। श्रद्धालुओं की मांग को देखते हुए आज से आम और वीआईपी श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई है।
वीआईपी श्रद्धालु जहां सभामंडप में स्थित जलद्वार पर लगाए गए जलपात्र में अभिषेक का जल अर्पित करेंगे। वहीं आम श्रद्धालुओं के कार्तिकेय मंडपम मे जलपात्र लगाया गया है।
यहां से जल सीधे भगवान महाकाल को अर्पित होगा। भगवान महाकाल के पूजन-अर्चन व आरती के समय को छोडक़र श्रद्धालु निरंतर शाम 4.30 बजे तक ही जल अर्पण कर पाएंगे। इसके बाद से संध्या पूजन व आरती की तैयारिया प्रारंभ हो जाती हैं।
लोटा-जल मंदिर प्रशासन कराएगा उपलब्ध
भगवान भोलेनाथ के पूजन में जल अर्पण का खासा महत्व है। प्रशासक श्री धाकड़ ने बताया कि कार्तिकेय मंडप से प्रवेश करते ही श्रद्धालुओं को लोटा और आरओ जल अभिषेक हेतु प्रदान किये जाने की व्यवस्था मंदिर प्रबंध समिति द्वारा की जाएगी।