देवासरोड पर स्कूली बच्चें से भरी मैजिक पलटी, 22 मासूम घायल

दुर्घटना में चालक की मौत

उज्जैन, अग्निपथ। स्कूली बच्चों से भरी मैजिक सोमवार दोपहर देवासरोड पर चालक की लापरवाही से पलटी खा गई। हादसे में 22 बच्चे घायल हो गये। चालक की मौके पर मौत हो गई। दुर्घटना के बाद बच्चों को देखने कलेक्टर-एसपी पहुंचे थे।

देवासरोड पर ग्राम चंदेसरा में मदरलैंड पब्लिक स्कूल संचालित होता है। दोपहर में पहली से पांचवीं कक्षा तक के 2 दर्जन बच्चों को मैजिक में लेकर चालक दीपक देवड़ा घर छोडऩे के लिये निकला था। ग्राम धतरावदा मोड़ पर तेज रफ्तार पर नियंत्रण नहीं रख पाया और मैजिक पेड़ से टकराने के बाद सडक़ से नीचे उतरकर पलटी खा गई। रफ्तार इतनी तेज थी कि सभी बच्चे घायल हो गये और चालक दीपक की दबने से मौत हो गई।

दोपहर 3 बजे के लगभग हुई दुर्घटना की जानकारी मिलते ही नागझिरी थाने की डायल हंड्रेंड और आधा दर्जन एंबुलेंस मौके पर पहुंच गई। बच्चों को उपचार के लिये जिला अस्पताल लाया गया। परिजन दुर्घटना की जानकारी मिलते ही घबराते हुए अस्पताल पहुंचे। कुछ देर में ही अफरा-तफरी का माहौल बन गया। बच्चे दर्द से तडफ़ रहे थे। जिन्हे देख परिजनों के आंसू निकल पड़े। अस्पताल स्टॉफ पूरी तरह से मुस्तैद था।

बच्चों को उपचार के लिये वार्डो में भर्ती किया गया। हड्डी से जुड़े चिकित्सक, आंखों के चिकित्सक, सर्जन सहित सभी स्पेलिस्ट डॉक्टरों की टीम उपचार में लग गई। 2 बच्चों को गंभीर चोंट होने पर उन्हे ऑपरेशन थियेटर ले जाया गया। लेकिन उनकी हालत भी खतरे से बाहर बताई जा रही थी।

कलेक्टर-एसपी पहुंचे अस्पताल

दुर्घटना की जानकारी लगते ही एडीएम संतोष टैगोर जिला अस्पताल पहुंच गये थे। उन्होने दुर्घटना बड़ी होने पर कलेक्टर आशीषसिंह और एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल को जानकारी दी। दोनों अधिकारी अस्पताल पहुंचे और बच्चों के साथ परिजनों से चर्चा की। कलेक्टर ने सीएमएचओ डॉ. संजय शर्मा, सिविल सर्जन डॉ. पीएन वर्मा और आरएमओ डॉ. जितेन्द्र शर्मा को बेहतर उपचार के निर्देश दिये। अस्पताल स्टॉफ भी बच्चों को घायल देख उनके उपचार और देखरेख में लग गया था।

हादसे की जांच के आदेश

मैजिक में 22 से अधिक बच्चों के भरे होने और स्कूल प्रबंधन की जि मेदारी को लेकर कलेक्टर ने जांच के आदेश जारी किये है। प्रबंधन की लापरवाही होने पर कार्रवाई की जाएगी। मामले में स्कूल की प्रिसिंपल आरती का कहना था कि मैजिक अटैच है। बच्चों को लेने दूसरा चालक आता था। परीक्षा होने और जल्दी छुट्टी होने पर आज दूसरा ड्रायवर आया था।

3 थानों के टीआई पहुंचे अस्पताल

जिला अस्पताल में घायल बच्चों के सैकड़ों परिजन अस्पताल पहुंच गये थे। जिसके चलते अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। किसी प्रकार की अप्रिय घटना ना हो इसको लेकर नागझिरी टीआई विक्रमसिंह इवने, कोतवाली टीआई अमित सोलंकी, चिमनगंज टीआई जितेन्द्र भास्कर और सीएसपी वंदना चौहान अपनी टीम के साथ पहुंच गई थी। अस्पताल में परिजनों को छोड़ भीड़ को बाहर किया गया।

7 से 14 वर्ष के बच्चे घायल

घायल स्कूली बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया।
घायल स्कूली बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया।

जिला अस्पताल में भर्ती 22 बच्चों में 7 से 14 वर्ष के थे। जो पहली कक्षा से 10 वीं तक के है। सभी विक्रमनगर, गांधीनगर और हीरामिल क्षेत्र के रहने वाले है। अधिकांश बच्चे आपस में भाई-बहन है। जो एक ही मैजिक में प्रतिदिन स्कूल आना-जाना करते थे। मैजिक विक्रमनगर में रहने वाले पटेल की बताई गई है। चालक दीपक पिता छगनलाल देवड़ा (24) नागझिरी का निवासी था। जिसका शाम को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया।

Next Post

विक्रमोत्सव 2079 के शुभारंभ की पूर्व संध्या पर हुई वैदिक मंत्रों की अंत्याक्षरी

Mon Mar 28 , 2022
घन पाठ के साथ हुआ मंगलाचरण-500 से अधिक छात्रों ने की सहभागिता उज्जैन, अग्निपथ। विगत 17 वर्षो से विक्रमोत्सव के दिव्य आयोजन में संस्कृति मंत्रालय भोपाल एवं संस्था अनुष्ठान मण्डपम ज्योतिष अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में वैदिक मंत्र अंत्याक्षरी का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में इस वर्ष […]