दिल्ली-चंडीगढ़ हाईवे पर सड़क हादसे में पंजाब के दो किसानों की मौत, प्रदर्शन से लौट रहे थे घर

नई दिल्ली। केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान बॉर्डरों पर डट कर खड़े हुए हैं। कुछ किसान ऐसे हैं जो अपना बोरिया-बिस्तर बांध कर विरोध में शामिल हुए हैं और कुछ ऐसे हैं जो थोड़े समय के लिए आते-जाते रहते है। ऐसे ही दो किसानों की मांगलवार सुबह एक सड़क हादसे में मौत हो गई। हरियाणा के करनाल जिले के तरौरी शहर के पास NH-44 दिल्ली-चंडीगढ़ राजमार्ग पर मंगलवार सुबह दिल्ली के सिंधु सीमा से लौट रहे दो किसानों की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। बतााया जा रहा है कि एक हल्के वाणिज्यिक वाहन ने उनके ट्रैक्टर-ट्रेलर को टक्कर मार दी। 

मृतकों की पहचान पंजाब के पटियाला जिले के सफेरा गांव के निवासी गुरप्रीत सिंह (24) और लब सिंह (65) के रूप में हुई है।इस हादसे में एक ही गांव के तीन अन्य किसानों को चोटें आईं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने कहा कि प्रारंभिक जांच के अनुसार, घटना मंगलवार तड़के करीब 2 बजे हुई जब किसी वाहन ने ट्रैक्टर-ट्रेलर को पीछे से टक्कर मार दी, जिससे वह राजमार्ग पर पलट गया।

गुरप्रीत की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि लब सिंह की अस्पताल ले जाते समय मौत हुई। अन्य किसानों को करनाल के कल्पना चावला सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ले जाया गया।null

ट्रेलर में शामिल सफ़ेरा के एक किसान नरेंद्र सिंह ने कहा कि गुरप्रीत कुंवारा था और इकलौता बेटा था। पुलिस ने कहा कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए करनाल सिविल अस्पताल भेज दिया गया है। पुलिस ने कहा कि घायल किसानों के बयान दर्ज किए गए हैं और अज्ञात चालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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