उज्जैन, अग्निपथ। भारतीय प्रोद्योगिकी संस्थान इंदौर(आईआईएम) के विशेषज्ञों की एक टीम ने मंगलवार को उज्जैन पहुंचकर पांच स्थानों से शिप्रा नदी के पानी के सेंपल लिए है। आईआईएम की टीम द्वारा इन सेंपल के आधार पर तैयार की जाने वाली रिपोर्ट मध्यप्रदेश के महालेखाकार को सौंपी जाएंगी। महालेखाकार द्वारा शिप्रा नदी के क्षरण पर निष्पादन लेखा परीक्षा की जा रही है।
शिप्रा नदी के क्षरण और जल की गुणवत्ता के लिए हर महीने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग(पीएचई) द्वारा अलग-अलग जांच रिपोर्ट शासन को भेजी जाती है। इन दोनों विभागों के अलावा तीसरी निष्पक्ष टीम के रूप में महालेखाकार ने भोपाल द्वारा आईआईएम इंदौर के विशेषज्ञों की टीम को शिप्रा जल की जांच के लिए उज्जैन भेजा था।
इस टीम ने रामघाट, गऊघाट, सिद्धवट, मंगलनाथ क्षेत्र और सदावल स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से पानी के नमूने एकत्र किए। आईआईएम की टीम के साथ पानी के नमूने लेने के लिए पीएचई और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी भी पहुंचे थे।