उज्जैन विकास प्राधिकरण में पहली बार 128 करोड़ से ज्यादा का बजट

लालपुर और नीमनवासा में दो नई आवासीय योजनाओं को मिली मंजूरी

उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन विकास प्राधिकरण में गुरुवार को 128 करोड़ रुपए का (9 करोड़ रुपए मुनाफे वाला) बजट पारित किया गया। वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए प्राधिकरण के इतिहास में पहली बार 100 करोड़ रुपए रकम से ज्यादा का बजट बनाया गया है। इस बार के बजट में नीमनवासा और कोठी महल तहसील क्षेत्र में 249.699 हेक्टेयर क्षेत्र में नई आवासीय योजनाओं को भी शामिल किया गया है।

गुरुवार को संभागायुक्त संदीप यादव की अध्यक्षता में हुई विकास प्राधिकरण बोर्ड की बैठक में बजट को अंतिम रूप देकर उसे पारित किया गया। इस बार के बजट में 128 करोड़ 53 लाख रुपए आय का प्रावधान किया गया है। बजट को 9 करोड़ रुपए संभावित मुनाफे वाला बनाया गया है। बजट बैठक में विकास प्राधिकरण के दिवंगत कर्मचारी अरूण सिंह व राजेंद्र कुमावत की मृत्यु उपरांत उनके आश्रितों रौनक सिंह और शेलेंद्र कुमावत को अनुंकपा नियुक्ति देने को भी मंजूरी दी गई। बजट बैठक में बोर्ड के सदस्य अपर कलेक्टर अवि प्रसाद, ननि आयुक्त अंशुल गुप्ता, वन मंडलाधिकारी डा. किरण बिसेन, संयुक्त संचालक टीएंडसी सी.के. साधव, लोनिवि अधीक्षण यंत्री आर.के. जैन, पीएचई के अधीक्षण यंत्री राजी खुराना, बिजली वितरण कंपनी के अधीक्षण यंत्री आशीष आचार्य सहित प्राधिकरण सीईओ सोजानसिंह रावत और ईई नीरज पांडेय मौजूद थे।
इस साल दो नई योजनाएं
उज्जैन विकास प्राधिकरण ने नए वित्तिय वर्ष में लालपुर नागझिरी और नीमनवासा में 125.286 हेक्टेयर क्षेत्र में नई आवासीय योजना को मंजूरी दी है। इसके अलावा कोठी महल और नीमनवासा में 124.415 हेक्टेयर क्षेत्र में भी नई आवासीय योजना को मंजूरी दी गई है।
खास बात बजट की
द्य पिछले वित्तिय वर्ष में 70 करोड़ 4 लाख रुपए आय का लक्ष्य रखा गया था, इसके विरूद्ध 70 करोड़ 30 लाख रूपए आय प्राप्त की गई।
द्य आवास मेले के दौरान प्राधिकरण ने 94 करोड़ रूपए की संपत्तियों को बेचने का लक्ष्य तय किया था, इसके विरूद्ध 134 करोड़ रूपए की संपत्तियां विक्रय की गई।
द्य 2017-18 में प्राधिकरण का बजट महज 41.24 करोड़ रुपए व्यय और 39.27 करोड़ रूपए आय का था। महज 5 साल में ही यह बजट ढाई गुना से ज्यादा बढ़ गया है।
द्य 2017-18 में प्राधिकरण की आय करीब 40 करोड़ रुपए थी जबकि 21-22 में यह बढक़र 70 करोड़ 30 लाख रुपए हो गई।
द्य महज 5 साल में ही विकास प्राधिकरण की आय का प्रतिशत 43 से बढक़र 100.37 प्रतिशत तक आ गया है।

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