देशभर से जुटेंगे 25 हजार लोग, 1200 आराधक करेंगे 9 दिन की साधना
उज्जैन, अग्निपथ। 7 अप्रैल से 17 अप्रैल के बीच उज्जैन में श्वेतांबर जैन समाज द्वारा गुरू विश्वरत्न जन्म अर्धशताब्दी महोत्सव मनाया जाएगा। कार्तिक मेला मैदान में आयोजित किए जा रहे जैन समाज के इस लघु कुंभ में देशभर से करीब 25 हजार लोग जुटेंगे।
देश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले 1200 आराधक यहां लगातार प्रवास कर आराधना करेंगे। आयोजन के दौरान श्वेतांबर जैन समाज के 100 से ज्यादा संत-साध्वी भी यहां मौजूद रहेंगे। देश के मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, गुजरात और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्रियों को भी आयोजन में शामिल होने के लिए आमंत्रण दिया गया है।
आचार्य विश्वरत्नसागर सुरिश्वर जी मसा के अर्धशताब्दी जन्म महोत्सव के इस महाआयोजन के लिए कार्तिक मेला मैदान पर 54 हजार वर्गफिट क्षेत्र में क्षत्रिय कुंड नगरी बसाई गई है। सकल जैन समाज की अगुवाई में ऋषभदेव छगनीराम पेढ़ी ट्रस्ट खाराकुआं के संयोजन में 11 दिनों का यह महोत्सव होगा।
श्वेतांबर जैन समाज के युवा मुनि तीर्थ रत्न सागर जी, महोत्सव संयोजक जयंतीलाल जैन तेलवाला ने रविवार को मीडियाकर्मियों के माध्यम से आमजनों के बीच आयोजन की जानकारी साझा की। महोत्सव की तैयारियों के लिए अलग-अलग 25 समितियों का गठन किया गया है। का
र्यक्रम के दौरान ख्यात संगीतकार नरेंद्र वाणीगोता, त्रिलोक मोदी, राजीव विजयवर्गीय, विपीन पोरवाल, विनीत गेमावत, विक्की पोरख आदी की भी आकर्षक प्रस्तुतियां होंगी।
11 दिन बहेगी भक्तिरस धारा
- 6 अप्रैल- राजकीय अतिथि आचार्य देवेश विश्वरत्नसागर सूरी जी महाराज का मंगल प्रवेश
- 7 अप्रैल- क्षत्रिय कुंड नगरी(कार्तिक मेला मैदान) पर मंडपो का उद्घाटन
- 8 अप्रैल- 3 हजार बच्चों द्वारा सरस्वति महापूजन
- 9 अप्रैल- 100 से अधिक औषधियों से भगवान महावीर का शक्रस्तव महामस्तकाभिषेक और कोरोनाकाल में सेवाएं देने वाले 1300 पुलिसकर्मियों का सम्मान
- 10 अप्रैल- सिद्धचक्र महापूजन, रात 8 बजे कवि सम्मेलन
- 11 अप्रैल- 251 जोड़ो द्वारा श्री नाकोड़ा पार्श्वनाथ अनुष्ठान
- 12 अप्रैल- जैन समाज के सभी गच्छ समुदाय के आचार्यश्री का गुणानुवाद
- 13 अप्रैल- सर्वधर्म संतोत्सव, धर्म संसद और महिला सम्मेलन
- 14 अप्रैल- महावीर स्वामी जन्मकल्याणक महोत्सव
- 15 अप्रैल- महिला मंडल द्वारा सांझी तपोत्सव व सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
- 16 अप्रैल- अर्ध जन्मशताब्दी अंतर्गत लगभग 5 किलोमीटर लंबी भव्य जन्मोत्सव यात्रा
- 17 अप्रैल- गुरूभक्ति संगीतमय आयोजन, गुरू जन्मोत्सव गुणानुवाद