विक्रम विवि में दो दिवसीय युवा संसद का समापन
उज्जैन, अग्निपथ। विक्रम कीर्ति मन्दिर में आयोजित दो दिवसीय भारतीय युवा संसद का रविवार को समापन हो गया। समापन सत्र में मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष गिरीश गौतम शामिल हुए। युवा संसद के समापन सत्र के अन्त में विधानसभा अध्यक्ष ने विद्यार्थियों के विधानसभा से सम्बन्धित विभिन्न प्रश्नों के उत्तर भी दिये। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस देश में सबसे अधिक आबादी युवा वर्ग की है। किसी भी क्षेत्र में क्रान्तिकारी परिवर्तन युवा ही लाते हैं। वर्तमान के लोकतंत्र में सबसे अधिक भागीदारी युवाओं की होनी चाहिये।
गौतम ने कहा कि नौजवानों का वर्तमान में राजनीति के प्रति निराशा का भाव है। बीते हुए समय का पश्चाताप, वर्तमान का तनाव और भविष्य का डर हमारे नौजवानों के मन में डाल दिया गया है। कई युवा डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं। वर्तमान में हमें संवाद के माध्यम से मंथन करने की आवश्यकता है। लोकतंत्र को बचाने की जिम्मेदारी युवाओं के हाथ में है।
कार्यक्रम में विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.अखिलेश कुमार पाण्डेय ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि विद्यार्थियों के सम्पूर्ण व्यक्तित्व विकास के लिये इस तरह के आयोजन बेहद जरूरी है। भारतीय युवा संसद के दौरान आयोजित किये गये सत्रों में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई। इनमें से अत्यन्त महत्वपूर्ण विषय पर्यावरण की संरक्षा है। उज्जैन में आयोजित दो दिवसीय भारतीय युवा संसद कार्यक्रम में देश के विभिन्न राज्यों से विद्यार्थी और युवा शामिल होने पहुंचे थे।
मध्यप्रदेश इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंस के प्रो. डॉ.गोपालकृष्ण शर्मा ने युवा संसद में कहा कि संसद और विधानसभा आम जनता की आकांक्षाओं का दर्पण होती है। आगे चलकर युवाओं को ही हमारे देश को आगे ले जाना है, देश को संभालना है।