उज्जैन, अग्निपथ। टैक्स प्रैक्टिशनर एसोसिएशन उज्जैन एवं मध्य प्रदेश टेक्स्ला बार एसोसिएशन एमपी द्वारा एक दिवसीय राज्य स्तरीय टैक्स कॉन्फ्रेंस-2022 आयोजित की गई। कांफ्रेंस में जीएसटी एवं इनकम टैक्स से संबंधित प्रावधानों का विस्तृत विवेचन किया जाएगा जिसमें लगभग 200 कर सलाहकार चार्टर्ड अकाउंटेंट एवं एडवोकेट शामिल हुए।
कान्फ्रेंस का शुभारंभ कमिश्नर स्टेट टैक्स लोकेश कुमार जाटव एवं वक्ता पंकज घीया जयपुर, अमित दवे इंदौर, राजेश मेहता इंदौर, कर सलाहकार संघ के अध्यक्ष अनिल दलाल, एमपी टीएलबीए के अध्यक्ष अश्विन लखोटिया के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। उपरोक्त कार्यक्रम में पीके दास, विजय नवलखा, सौरभ माहेश्वरी, मनीष त्रिपाठी, सुभाष माहेश्वरी, जितेंद्र आप्टे, राजेंद्र शाह, अमोल जोशी, निलेश अग्रवाल, आशीष माहेश्वरी, राजेंद्र सोडाणी, सचिन शाह, समरेश मंसूरी, प्रीतेश नागर, प्रमोद जैन, दीपक शाह आदि उपस्थित रहे।
राजेन्द्र शाह ने बताया कि वर्तमान में देश मे लागू अप्रत्यक्ष कर कानून प्रणाली जीएसटी व इसका क्रियान्वयन ऐतिहासिक रूप से ऐसा कर कानून व कार्यप्रणाली है, जिसमें निरन्तर दिन-प्रतिदिन, क़दम-दर-क़दम हमेशा ही कुछ नया सीखने व सिखाने की गुंजाइश बनी हुई है। इसे देखते हुए टीपीए, उज्जैन के आतिथ्य एवं एमपीटीएलबीए के साथ संयुक्त संयोजन व कुशल निर्देशन में जीएसटी एक्ट, 2017 से सम्बंधित जटिल प्रावधान/नियम तथा आयकर अधिनियम के अधीन केपिटल गेन टैक्स, टीडीएस, टीसीएस आदि के तकनीकी विश्लेषण जैसे महत्वपूर्ण विषय पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय सेमिनार-2022 का आयोजन किया गया।
प्रथम तकनीकी सत्र में जीएसटी पर चर्चा हुई जिसमें स्माल स्केल रियल एस्टेट एजेंसी व सिविल कॉन्ट्रैक्टर्स पर जीएसटी की देयता, जीएसटी में इनपुट टैक्स क्रेडिट व इससे सम्बन्धित प्रावधान/नियम की तकनीकी व्याख्या, केंद्रीय बजट-2022 के पूर्व तथा पश्चात, जीएसटी में आईटीसी का परिदृश्य, जीएसटी में आईटीसी के मिसमैच से सम्बंधित नोटिस को कैसे रिप्लाई करें, पर तकनीकी व्याख्यान हुआ। जिसके मुख्य वक्ता एड. पंकज घिया, जयपुर रहे।
वहीं ई-वे बिल तथा ई-इनवॉइस से सम्बन्धित प्रावधान/नियम पर विस्तृत तकनीकी व्याख्यान अतिथि वक्ता अमीत दवे वरिष्ठ कर सलाहकार, इंदौर ने दिया। द्वितीय तकनीकी-सत्र में आयकर पर चर्चा हुई जिसमें आयकर अधिनियम में टीडीएस व टीसीएस के प्रावधानों की व्याख्या, शेयर्स, डीवेंचर्स एवं क्रिप्टो करेंसी पर पूँजीगत लाभ कर (कैपिटल गैन्स) की देयता की तकनीकी व्याख्यान प्रमुख वक्ता सीए. राजेश मेहता, इंदौर ने की। वहीं तृतीय तकनीकी-सत्र में 1 घंटे का प्रश्न-उत्तर सेशन हुआ। इस अवसर पर म.प्र. के सभी कर संगठनों के प्रतिनिधि व सदस्यगण मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन अमोल जोशी ने किया।