उज्जैन, अग्निपथ। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में नए कोर्सेस चालू किए जाने पर लगातार समस्या दिन पे दिन बढ़ रही। मुख्य रूप से विक्रम विश्वविद्यालय के बीएससी एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट में आ रही समस्या को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्व विद्यालय के अध्यक्ष राज मेहता छात्रों को साथ लेकर विश्व विद्यालय परिसर पहुँचे। इस दौरान कार्यालय में उन्हें ना कुलपति प्रो.पांडेय मौजूद मिले और ना ही रजिस्ट्रार प्रो. पोराणिक उपलब्ध थे।
छात्र नेता ने वहाँ मौजूद डिप्टी रजिस्ट्रार प्रोफ़ेसर बग्गा से करीब आधे घंटे तक छात्रों को आ रही समस्याओं को लेकर चर्चा की। इस दौरान उन्हें बताया कि विश्वविद्यालय के एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट में परीक्षा के बाद 1 अप्रैल की तिथि दी गई थी। जिसे 6 दिन हो गए। ना कोई क्लॉस लेने वाला टीचर है और ना डिपार्टमेंट खोलने वाला कर्मचारी। जो उपस्तिथ फेकल्टी है उसका व्यवहार ठीक नहीं है।
हिंदी इंग्लिश मीडियम की क्लॉस एक ही लग रही है। अलग-अलग नहीं है। कोई प्रकार का स्टडी मटेरियल नहीं है। आखिर छात्र जाए तो कहा जाए। पढऩे की फ़ीस 58,000 लग रही और पढ़ाई के नाम पर कुछ नहीं हो रहा है। डिपार्टमेंट में हिंदी-इग्लिश मीडियम के छात्रों को अलग किया। सभी एक साथ पढ़ाई कर रहे है। जिससे लगातार छात्रों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
डिप्टी रजिस्ट्रार को इन सब समस्याओं से अवगत करवाकर बीएससी एग्रीकल्चर के नए एचओडी संदीप तिवारी से मिलने गए तो वे भी मौजूद नहीं थे। डिपार्टमेंट कर्मचारी कूलर चालू करके सो रहे थे। ना कोई सुनने को तैयार था ना कोई जानकारी देने वाला। विश्वविद्यालय अध्यक्ष मेहता के साथ छात्रों ने मिलकर कूलर बाहर निकालकर पटका।
एचओडी बदलने की खबर मिलते ही सभी छात्र-छात्राए विवि अध्यक्ष के साथ एचओडी से मिलने पहुँचे। तब भी वहाँ कोई नहीं मिला। ऑफिस कर्मचारी दीपक रूम छोड़ कर अन्य कक्ष में सो रहा था। छात्र ऑफिस रूम में जाकर बैठे तो दीपक उठकर आया और कूलर बंद करके सभी छात्रों से बतम्मीजी करने लगा व डिपार्टमेंट से निकलने को कहने लगा।
मोके पर मौजूद विवि अध्यक्ष मेहता ने उसे समझाने की कोशिश भी की लेकिन लगातार ना समझने पर आक्रोश में आकर छात्रों ने विवि अध्यक्ष के साथ कूलर बाहर निकालकर पटक दिया और बाहर बैठ गए। आधे घंटे बाद प्रोफ़ेसर आए व सभी ने समस्याओं से उन्हें अवगत कराया तब 3 दिन में व्यवस्था का कहा। इस दौरान महेश सिंह, शुभम, सौरव, अमन व अन्य छात्र-छात्राए मौजूद थे।