स्कूली शिक्षा मंत्री पहुंचे मां बगलामुखी के दरबार में
नलखेड़ा, अग्निपथ। प्रदेश के स्कूली शिक्षा राज्य मंत्री इंदरसिंह परमार ने माना है कि प्रदेश के सरकारी प्राथमिक स्कूलों में व्यवस्थाएं ठीक नहीं है। वहां सुधार की बहुत जरूरत है। हालांकि उन्होंने कक्षा 9 से 12 तक के सरकारी स्कूलों के प्रदर्शन पर संतुष्टि जताई है।
परमार शुक्रवार को यहां विश्व प्रसिद्ध सिद्धपीठ मां बगलामुखी के दरबार में पहुंचे। जहाँ उनके द्वारा माता रानी के दर्शन के लाभ प्राप्त किये। सिद्धपीठ पर पहुंचे मंत्री परमार ने पत्रकारों से चर्चा करते हुवे कहा कि नए शिक्षा सत्र से प्रदेश में नई शिक्षा नीति लागू स्टेप बाय स्टेप लागू होगी।
करोड़ों रूपये खर्च करने के बाद भी सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर नहीं सुधर पाने के सवाल पर उनके द्वारा स्वीकार किया गया कि प्राथमिक स्तर पर सरकारी स्कूल की शिक्षा के स्तर में काफी सुधार की आवश्यकता है। कक्षा 9 से 12 तक के स्तर को उन्होंने अच्छा बताते हुवे बोर्ड परीक्षाओं का हवाला देते हुवे कहा कि बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम निजी स्कूलों की तुलना में सरकारी स्कूलों का अच्छा रहता है।
आगर जिले में शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार पर उन्होंने कहा कि आगर जिले में ही नही पूरे प्रदेश से मिलने वाली शिकायतों की विभागीय जांच होती है और जो भी दोषी पाए जाते है उन पर विभागीय कार्रवाई भी की जा रही है।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया स्वागत
शुक्रवार दोपहर परमार द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मां बगलामुखी का पूजन किया गया। मंदिर पहुंचने पर भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य दिलीप सकलेचा, जिला महामंत्री कैलाश कुंभकार, जिला उपाध्यक्ष पीरूलाल कलसिया, जिला मंत्री मुकेश लोढ़ा, मंडल अध्यक्ष पवन वेदिया, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष प्रवेश गुप्ता, मंडल अध्यक्ष अनुज ठाकुर, भाजपा मंडल महामंत्री रितेश सोनी सहित कई कार्यकर्ताओं द्वारा पुष्पहारों से स्वागत किया गया। परमार पीताम्बरा सेवा समिति के भंडारे में भी पहुंचे और प्रसादी ग्रहण की।समिति सदस्यों द्वारा उनका पुष्पहारों से स्वागत कर माँ बगलामुखी का चित्र भेंट कर सम्मान किया गया।
माँ बगलामुखी मंदिर को रेल मार्ग से जोडऩे का सौपा मांग पत्र
मंत्री को भाजपा मंडल अध्यक्ष पवन वेदिया, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष प्रवेश गुप्ता, युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष अनुज ठाकुर द्वारा माँ बगलामुखी मंदिर को रेल मार्ग से जोड़े जाने का मांग पत्र सौपा। जिसमे उज्जैन-रामगंज मंडी रेल लाइन का सर्वे आमला-नलखेड़ा के मध्य से करवाने की मांग की गई।