प्रभारी भू-अभिलेख अधीक्षक का ऑडियो मैसेज वायरल
उज्जैन, (प्रशांत अंजाना) अग्निपथ । प्रधानमंत्री किसान निधि योजना राक्षस टाइप की है। इसका पेट बहुत बड़ा है। यह बात भू-अभिलेख कार्यालय से लेकर राजस्व विभाग से जुड़े पटवारियों के बीच सुनाई दे रही है। प्रधानमंत्री की योजना को राक्षस टाइप बताने वाली खुद प्रभारी भू-अभिलेख अधीक्षक है। जिनके एक आडियों ने पूरे जिले में खलबली मचा दी है। यह आडियों वाट्सअप ग्रुप पर वायरल हुआ है।
प्रधानमंत्री किसान मास्टर ट्रेनर नाम का एक ग्रुप है। जो कि भू-अभिलेख कार्यालय से संचालित होता है। जिसमें शुक्रवार की शाम 5 बजे बाद हंगामा मच गया। कारण … लगभग 17 सेकेंड का एक आडियों इस ग्रुप में वायरल हो गया। आडियों में यह सुनाई दे रहा है कि … प्रधानमंत्री किसान निधि योजना राक्षस टाइप की है। इसका पेट बहुत बड़ा है। इसमें 10-20 प्रकार की जानकारी होती है। जबकि ये बेचारा सिंगल टाइप का है। ये तो चला जायेगा। इसमें हम बना दे कि मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना का 21-22 का वेरिफिकेशन हो चुका है। इस प्रकार का आडियों वायरल होते ही ग्रुप में हडक़ंप मच गया। अग्निपथ के पास यह आडियों उपलब्ध है।
रिमूव्ह किया …
आडियों वायरल होते ही भू-अभिलेख अधीक्षक कार्यालय के साथ ग्रुप में भी हडक़ंप मच गया। प्रभारी अधीक्षक प्रीति चौहान को भी अपनी गलती समझ में आ गई। तत्काल ही राजस्व निरीक्षक उद्वव देराणी को निर्देश मिले। पीएम किसान मास्टर टे्रनर ग्रुप के सभी सदस्यों को रिमूव्ह कर दिया जाये। राजस्व निरीक्षक श्री देराणी तत्काल आदेश का पालन करने में जुट गये। उन्होंने ग्रुप के सभी सदस्यों को रिमूव्ह कर दिया।
कोई जवाब नहीं …
इस मामले को लेकर शनिवार की सुबह प्रीति चौहान को उनके वाट्सअप पर संदेश भेजा गया। जिसमें ग्रुप से रिमूव्ह करने के पीछे का कारण पूछा गया था। 10 बजे बाद उनको फोन किया गया। ना तो उनका लिखित में पूछे गये प्रश्न का कोई जवाब शनिवार की रात 8 बजे तक आया और ना ही उन्होंने रात तक पलटकर फोन किया।
क्या है योजना …
विदित रहे कि प्रधानमंत्री किसान निधि योजना में शामिल होने के नियम कठोर है। मगर शामिल होने के बाद प्रत्येक किसान को हर साल 6 हजार रूपये उसके खाते में आते है। जबकि मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत 4 हजार साल भर में दिये जाते है। कुल मिलाकर 10 हजार की राशि किसानों को 1 साल में मिलती है। आमतौर पर प्रधानमंत्री किसान निधि योजना में शामिल किसानों को, मुख्यमंत्री कल्याण योजना का भी लाभ आसानी से मिल जाता है।
मगर मुसीबत यह है कि … प्रधानमंत्री किसान निधि योजना में नाम दर्ज कराने के लिए कड़ी खोजबीन होती है। संभवत: … इसीलिए प्रधानमंत्री की योजना को राक्षस टाइप और पेट बड़ा बोला जा रहा है। ऐसी चर्चा जिले के राजस्व अधिकारियों और पटवारियों के बीच सुनाई दे रही है।