एसडीओपी नाहरसिंह रावत को ज्ञापन सौंपते परिजन।
आरोप: पुलिस की प्रताडऩा से गई महिला की जान
नलखेड़ा, अग्निपथ। बड़ागांव में रविवार को एक महिला की मौत के बाद परिवार वालों ने पुलिस चौकी में करीब उसका शव रखकर करीब छह घंटे प्रदर्शन किया। परिजनों का आरोप था कि पुलिस चौकी प्रभारी की रोज-रोज की प्रताडऩा के कारण महिला की जान चली गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार समीपस्थ नगर बड़ागांव में रविवार को प्रात: 7: 30 बजे चंद्रकला गोस्वामी (55 वर्ष) की हृदय गति रुकने से मौत हो गई। महिला की मृत्यु के बाद परिजन महिला के शव को पुलिस चौकी बड़ागांव मैं ले गए जहां महिला के शव को रखकर परिजनों द्वारा चौकी प्रभारी माधव सिंह परिहार पर कार्रवाई करने को लेकर प्रदर्शन किया।

महिला के परिजनों का आरोप था कि चौकी प्रभारी माधवसिंह परिहार एवं अन्य पुलिसकर्मी प्रतिदिन महिला के घर जाकर प्रताडि़त करते थे। जिसके चलते मानसिक दबाव के कारण महिला की हृदय गति रुक जाने से मौत हुई। पुलिस चौकी में करीब सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक चले प्रदर्शन के बाद वरिष्ठ अधिकारियों की काफी समझाईश के बाद महिला के परिजन शांत हुए व महिला के शव को अंतिम संस्कार के लिए पुलिस चौकी से ले गए।
महिला के परिजनों ने एक आवेदन मौके पर उपस्थित एसडीओपी नाहरसिंह रावत को देते हुए बताया कि 23 मार्च 2022 को जमीन को लेकर दो गुटों में मारपीट हुई थी। जिसमें गिरिराज गोस्वामी की रिपोर्ट पर चौकी प्रभारी माधवसिंह परिहार द्वारा परमानंद, विष्णु, संतोष, लक्ष्मीनारायण, जादु गिर, एवं ओम गिर जो मौके पर नहीं थे उनके खिलाफ भी धारा 307 का प्रकरण दर्ज किया था।
दोषियों पर कार्रवाई की मांग
परिजनों ने चौकी प्रभारी परिहार पर आरोप लगाया कि 307 मे प्रकरण दर्ज होने के बाद चौकी प्रभारी परिहार प्रतिदिन गिरफ्तारी को लेकर दबाव बनाने आरोपीगणों के घर जाते थे और उक्त महिला को प्रताडि़त करते थे। परिजनों ने मौके पर उपस्थित एसडीओपी नाहरसिंह रावत को एक आवेदन भी दिया जिसमें उक्त पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई।