प्रकृति और संस्कृति का सुंदर समन्वय है काव्य कृति ’मन की मंजरी’- डॉ. शैलेन्द्र कुमार शर्मा

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गीतकार, कवियत्री सीमा जोशी की काव्यकृति मन की मंजरी का लोकार्पण

उज्जैन, अग्निपथ। मध्यप्रदेश लेखक संघ के तत्वावधान में सुमधुर गीतकार, कवियत्री सीमा जोशी की निखिल प्रकाशन आगरा से प्रकाशित द्वितीय काव्यकृति मन की मंजरी का लोकार्पण चिकित्सक एवं समाजसेवी डॉ. सतिन्दर कौर सलूजा के प्रमुख आतिथ्य एवं डॉ. हरिमोहन बुधौलिया की अध्यक्षता में हुआ।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में कुलानुशासक डॉ. शैलेन्द्र कुमार शर्मा, पूर्व जिला शिक्षाधिकारी बीके शर्मा और साहित्यकार प्राध्यापक डॉ. प्रेमलता चुटैल उपस्थित थी। कार्यक्रम का संयोजन डॉ. हरीश कुमार सिंह तथा संचालन डॉ. देवेन्द्र जोशी ने किया। इस अवसर पर बोलते हुए प्रो. शैलेन्द्र कुमार शर्मा ने कहा कि सीमा जोशी की काव्य कृति मन की मंजरी स्त्री मन के मनोभाव की अभिव्यक्ति का सुंदर पुष्प गुच्छ है, जिसमें प्रकृति और संस्कृति के विभिन्न रूपों को सकारात्मकता के साथ उकेरा गया है।

संकलन की रचनाएं महादेवी वर्मा और मीराबाई के भजनों की याद ताजा करती है। विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए प्रो. प्रेमलता चुटैल ने कहा कि मन को लेकर रहस्य अभी भी व्याप्त है। अगर मन नियंत्रित हो जाए तो वह साधना की ऊंचाई तक पहुंचा देता है। सुमधुर गीतकार सीमा जोशी ने मन के मकरन्द के बाद मन की मंजरी शीर्षक से प्रकाशित अपनी काव्यकृति में सुंदर मनोभाव को गीत और कविताओं के माध्यम से अभिव्यक्त किया है।

मुख्य अतिथि डॉ. सतिन्दर कौर सलूजा ने इस अवसर पर कहा कि समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर करने में उत्कृष्ट साहित्य की सदा अहम भूमिका होती है। उम्मीद है सीमा जोशी की काव्यकृति भी इस कसौटी पर खरी उतरेगी। डॉ. शैलेन्द्र पारासर और व्यंग्यकार डॉ. पिलकेन्द्र अरोरा ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए। सरस्वती वंदना श्रीमती अभिलाषा शर्मा ने प्रस्तुति की। राम की वंदना कविता के रूप में डॉ. राजेश रावल ने प्रस्तु की।

आंरभ में अतिथियों ने सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अतिथियों का स्वागत डॉ. देवेन्द्र जोशी, सीमा जोशी, डॉ. हरीश कुमार सिंह, माया बधेका, प्रीति गोयल, डॉ. पुष्पा चौरसिया, डॉ. उर्मि शर्मा, संतोष सुपेकर, राखी दिव्य शर्मा आदि ने किया। इस अवसर पर डॉ. सतिन्दर कौर सलूजा और प्रेमलता चुटैल का शॉल, श्रीफल भेंटकर सम्मान भी किया गया।

कार्यक्रम में विजय सुखवानी, रवि नगाइच, सीमा शर्मा (चैतन्य लोक इंदौर), हरिहर शर्मा, आरसी शर्मा, विष्णुकांत शर्मा, सज्जनसिंह, पोपसिंह परमार, डॉ. क्षमा सिसौदिया, डॉ. अरुण वर्मा, मीरा जैन, डॉ. पांखुरी वक्त जोशी, विजयप्रकाश त्रिवेदी, पुष्पा त्रिवेदी, अल्केश तिवारी, प्रगति बैरागी, डॉ. कीर्ति दुबे, तृप्ति दवे सहित बड़ी संख्या में साहित्यकार और गणमान्य जन उपस्थित थे। संचालन डॉ. देवेन्द्र जोशी ने किया। आभार डॉ. उर्मि शर्मा ने माना।

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