वार्डो में जाकर सर्वेक्षण पोर्टल पर वीडियो अपलोड कर रही टीम
उज्जैन, अग्निपथ। स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 के लिए उज्जैन नगर निगम की पूरी टीम ने पिछले 4 दिनों से अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है। सर्वेक्षण वाली टीम ने पिछले 4 दिनों से उज्जैन में ही डेरा डाला हुआ है। इस टीम के सदस्य वार्ड वार निरीक्षण करने के साथ ही विभिन्न स्थानों के 30-30 सेकेंड के रियल टाईम वीडियों सर्वेक्षण पोर्टल पर अपलोड कर रहे है।
अगले दो दिन भी इस टीम के उज्जैन में ही रहने की संभावना है, लिहाजा आयुक्त ने सभी अधिकारियों को हिदायत दी है कि वे अपने प्रभार वाले वार्डो में ही मौजूद रहे और सारी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रखे।
उज्जैन को पिछले साल के सर्वेक्षण में देश के 10 सबसे श्रेष्ठ शहरों में जगह मिली थी। पिछली रैंक को बरकरार रखने की चुनौती भी है और पिछली रैंक से ज्यादा बेहतर रिजल्ट लाने का लक्ष्य भी है। यहीं वजह है कि खुद नगर निगम आयुक्त सुबह 5 बजे से ही फील्ड में निकलकर स्वच्छता कार्य का निरीक्षण कर रहे है।
केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय और क्वालिटी कंट्रोल ऑफ इंडिया द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए तय किए गए एनजीओ के 14 सदस्य शुक्रवार से ही उज्जैन में रूके हुए है। दो-दो की टीमों में विभक्त होकर एनजीओ के सदस्य शहर के विभिन्न वार्डो का निरीक्षण करने में जुटे है।
दो माह देरी से हुआ सर्वेक्षण
स्वच्छता सर्वेक्षण अमूमन हर साल जनवरी-फरवरी महीने में ही आरंभ कर दिया जाता है। इस बार इसकी शुरूआत मार्च- अप्रैल में की गई है। हालांकि निकायों की ओर से सर्वेक्षण से संबंधित डाक्यूमेंट 20 फरवरी तक ही सर्वेक्षण पोर्टल पर अपलोड किए जा चुके है।
टॉप रैंक के लिए इन कामों से उम्मीद
- नगर निगम के सभी जोन कार्यालयों में बर्तन बैंक और झोला बैंक की शुरूआत की गई है।
- मंदिरों से निकलने वाले फूलों से अगरबत्ती और खाद का निर्माण किया जा रहा है।
- शहर में सौंदर्यीकरण के लिए वॉल पेटिंग और प्लांटेशन किया गया। इससे वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने में भी मदद मिली।
- प्रमुख उद्यानों व रोटरियों में वेस्ट वस्तुओं से बेस्ट कलाकृतियां बनाकर सजाई गई है।
- प्रमुख घाटों पर निर्माल्य कुंड का निर्माण किया गया है।
- बैक लेन को स्वच्छ करने और सौंदर्यीकरण करने का काम किया गया।