उज्जैन में तिहरा हत्याकांड: गला रेतकर मां-बेटे और पोते को उतारा मौत के घाट

Ujjain triple murder makan

चार दिनों बाद मिले शव, पलंग पेटी में बंद थी मां की लाश

उज्जैन, अग्निपथ। मंगलवार को नागर परिवार के तीन सदस्यों की गला रेतकर हत्या किये जाने का मामला सामने आया। परिवार में 2 सदस्यों के शव इंगोरिया चंबल नदी किनारे मिले। वहीं वृद्धा का शव घर में पलंग पेटी के अंदर बंद था।

पिपलीनाका के हरिनगर में रहने वाले नागर परिवार की जघन्य हत्या का मामला सोमवार रात इंगोरिया थाना क्षेत्र में चंबल नदी किनारे मिले 2 शव के बाद सामने आया। नदी किनारे सूखे नाले में राजेश पिता सोहनलाल नागर (50) और पुत्र पार्थ नागर (22) का शव कार की मेट और कांटों के बीच मिलने के बाद पुलिस जांच करते हुए रात 3 बजे हरिनगर पहुंची। जहां उनके मकान पर ताला लगा हुआ था।

ताला तोडऩे के बाद अंदर कमरे से दुर्गंध आने के साथ खून फैला दिखाई दिया। तलाश करने में पलंग पेटी में गद्दे और कपड़ों के नीचे दबी राजेश की मां सरोज पति सोहनलाल नागर (76) की लाश बरामद हो गई। जिसके हाथ-पैर रस्सी से बंधे हुए थे और गला कटा था। परिवार के तीन सदस्यों की हत्या से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई।

इंगोरिया और जीवाजीगंज पुलिस ने मामला दर्ज कर पिता-पुत्रों का पोस्टमार्टम बडऩगर में कराया। मां का पोस्टमार्टम जिला अस्पताल में किया गया। तीनों शव चार से पांच दिन पुराने प्रतीत हो रहे थे। पुलिस ने हत्या करने वालों का सुराग तलाशने के लिये सीसीटीवी कैमरों के फुटेज के साथ मोबाइल की कॉल डिटेल खंगालना शुरु कर दिया है।

12 सालों से हरिनगर में था निवास

पिता-पुत्र की लाश मिलने के बाद पुलिस को मोबाइल मिला था। जिसके नंबरों पर संपर्क करने पर मुंबई में रहने वाली सरोज की बेटी से बात हुई। उसने पटनी बाजार में कजिन ओमप्रकाश का पता बताया। पुलिस ओमप्रकाश के पास पहुंची तो सामने आया कि राजेश और उसकी मां सरोज 12 साल पहले पटनी बाजार का मकान बेचकर हरिनगर में रहने चले गये थे। उनसे ज्यादा संपर्क नहीं था। क्षेत्रवासियों से पूछताछ करने पर उनका कहना था कि चार-पांच दिनों से दिखाई नहीं दिये। मकान पर ताला लगा हुआ था। पिता-पुत्र हमेशा साथ दिखाई देते थे।

बिखरा पड़ा था घर में सामान

जीवाजीगंज टीआई गगन बादल ने बताया कि मकान का ताला तोडऩे के बाद अंदर कमरों में सामान बिखरा पड़ा था। किसी ने पूरे घर की तलाशी ली थी। हर सामान को खंगाला गया था। अलमारी में रखे कुछ पैसे और आभूषण मिले है। जिससे लगा रहा है कि हत्या करने वाले कुछ ओर तलाशना चाहते थे।

पहले पिता-पुत्र की हत्या

पेटी में बंद मिली महिला की लाश।

इंगोरिया में पिता-पुत्र की लाश मिलने के बाद जांच के लिये एफएसएल अधिकारी डॉ. प्रीति गायकवाड़ मौके पर पहुंची। उन्होने हत्या धारदार हथियार से गला रेतकर होना बताया। वहीं हरिनगर में पलंग पेटी से लाश मिलने के बाद जांच में सामने आया कि पहले पिता-पुत्र को इंगोरिया ले जाकर मारा गया, उसके बाद वृद्ध मां की हत्या कमरे में की गई और लाश को छुपाया गया है।

पहियों के मिले निशान

इंगोरिया टीआई पृथ्वीसिंह खलाटे ने बताया कि रात में लाश मिलने के बाद पुलिस सुबह दोबारा से घटनास्थल पहुंची थी। गाड़ी के छोटे पहियों के निशान मिले है। जो मैजिक या मारुति वेन के हो सकते है।

अधिकारी पहुंचे घटनास्थल

तिहरा हत्याकांड सामने आने के बाद डीआईजी अनिल कुशवाह, एसएसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल, एएसपी आकाश भूरिया हरिनगर घटनास्थल का निरीक्षण करने पहुंचे। जहां से इंगोरिया पहुंचकर भी घटनास्थल देखा गया। डीआईजी ने इंगोरिया और जीवाजीगंज पुलिस को मामले में जल्द सुराग तलाशने और आरोपियों का पता लगाने के निर्देश दिये।

देर शाम लाये गये शव

बडऩगर में हुए पिता-पुत्र के पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शव देर शाम उज्जैन लाये गये। दोपहर में वृद्धा का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों ने अंतिम संस्कार कराया उसके बाद वह बडऩगर पहुंचे थे। जीवाजीगंज टीआई गगन बादल ने बताया कि देर शाम तक कोई सुराग नहीं मिल पाया था। चार-पांच दिनों के फुटेज खंगाले जा रहे है।

इनका कहना

तिहरा हत्याकांड में मृतक राजेश के ब्याज से पैसों का डेली कलेक्शन करने की जानकारी सामने आई है। लेकिन हत्या की वजह का पता नहीं चल पाया है। तीनों की हत्या में 3 से 4 लोगों की संभावना लग रही है। जल्द सुराग लगाया जाएगा।

-आकाश भूरिया, एएसपी, शहर

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