विक्रम विवि की कार्यपरिषद बैठक में कई अहम निर्णय
उज्जैन, अग्निपथ। विक्रम विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व करते हुए खेलने वाले या युवा उत्सव में भाग लेने वाले सभी विद्यार्थियों को अब स्पर्धा या आयोजन से पहले ही ट्रेकसूट और ब्लेजर बांट दिए जाएंगे। विद्यार्थी खेलकर वापस लौट आए और उन्हें ट्रेकसूट, ब्लेजर बांटे नहीं जा सके, ऐसी परिस्थिति दोबारा नहीं बनने दी जाएगी।
मंगलवार को विक्रम विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। पिछले महीने विक्रम विवि के खेल कक्ष में तलाशी के दौरान कार्यपरिषद सदस्यों को अलमारियों से ब्लेजर के कपड़े की गांठे, कई सारे ट्रेकसूट मिले थे। इस सामग्री को विद्यार्थियों को बांटा ही नहीं जा सका था। कुलपति ने हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. शेलेंद्र शर्मा से मामले की जांच करवाई थी। मंगलवार को प्रो. शर्मा ने कार्यपरिषद की बैठक में इसकी जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की।
खेल कक्ष से मिले ट्रेकसूट और ब्लेजर को कोविड से ठीक पहले लिया गया था लेकिन कोविड की वजह से इस सामग्री को विद्यार्थियों को बांटा नहीं जा सका था। कार्यपरिषद की बैठक में कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पांडेय ने नैक के दौरे से संबंधित जानकारी कार्यपरिषद सदस्यों के साथ साझा की। कुलपति ने बताया कि नैक के लिए विवि की ओर से रिपोर्ट सबमिट कर दी गई है, संभावना है कि मई महीने में नैक टीम विवि का निरीक्षण करने आ सकती है।
कार्यपरिषद की बैठक में तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को अनाज की अग्रिम राशि के रूप में 10 से बढ़ाकर 15 हजार रूपए व देवेभो व स्थाईकर्मियों को 7 से बढ़ाकर 10 हजार रूपए भुगतान करने का निर्णय लिया गया।
विवि में संचालित एलएलएम, बीए एलएलबी, बीएएलएलबी आनर्स व बी.कॉम.एलएलबी विषयों के लिए बरकतउल्ला, देवी अहिल्या विवि के लिए जारी अध्यादेश को अंगीकृत करने का निर्णय हुआ है।
इसी बैठक में सदस्य विनोद यादव ने गल्र्स कॉमन रूम के निर्माण में कोताही बरते जाने का भी विषय उठाया लिहाजा तय किया गया कि गल्र्स कॉमन रूम के निर्माण की लोनिवि के इंजीनियर्स से जांच करवाई जाएगी।
कार्यपरिषद की बैठक में सदस्य राजेश सिंह कुशवाह, सचिन दवे, डा. विनोद यादव, डा. शेलेंद्र कुमार शर्मा, डा. दिनेश कुमार सोनी, डा. गोविंद गंधे, कुलसचिव डा. प्रशांत पुराणिक आदी मौजूद थे, बैठक की अध्यक्षता कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पांडेय द्वारा की गई।