कार्तिक मेला मैदान पर श्री वीर विश्व अर्ध जन्म शताब्दी महामहोत्सव जारी
उज्जैन, अग्निपथ। संसार त्यागकर संयम जीवन अपनाना सरल नही है। अनन्त काल के पुण्य होने पर ही संयम जीवन प्राप्त होता है। जैन समाज के प्रत्येक गच्छ, समुदाय में महान आचार्य हुए है, जिन्होंने अपनी आत्मा के कल्याण के साथ जिन शासन को भी धर्म मार्ग पर प्रशस्त कर अनेक महान कार्य किए है।
यह बात मध्यप्रदेश शासन के राजकीय अतिथि, युवाचार्यश्री विश्वरत्न सागर सुरीश्वरजी महाराज ने नवपद ओली तप आराधना में साधु पद की आराधना के दौरान क्षत्रिय कुंड नगरी (कार्तिक मेला ग्राउंड) में धर्मसभा में कही। उन्होंने साधु जीवन के 27 गुणों का विस्तार से वर्णन किया। महोत्सव संयोजक जयंतीलाल तेलवाला व मीडिया प्रभारी डॉ. राहुल कटारिया ने बताया इस अवसर पर समाज मे सन्तो को चिकित्सा सेवा प्रदान करने वाले चिकित्सको का शाल, श्रीफल, मोती माला से सम्मान किया गया।
ओली तप आराधना में करीब 1600 तप आराधक शामिल है, जो 24 घँटे मे एक बार, एक बैठक पर रखा व उबला भोजन कर विविध धर्म आराधना कर रहे है। सन्ध्या को धार्मिक तंबोला की संगीतमय भक्ति हुई, जिसमे सोने की गिन्नी का लकी ड्रा खोला गया। संगीतकार विनीत गेमावत मुम्बई व राजेश जैन ने गीत, भजन की आकर्षक प्रस्तुति भी दी। कार्यक्रम समन्वयक अभय जैन भैया, सह संयोजक प्रसन्न जैन, पुनीत जैन के अनुसार बुधवार सुबह 11 बजे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी भी युवाचार्यश्री के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पधार रहे है।
सर्व धर्म सन्तोत्सव आज
महोत्सव अंतर्गत बुधवार सुबह 9.30 बजे से सर्व धर्म सन्तोत्सव का आयोजन होगा। कार्यक्रम संयोजक अनिल जैन कालूहेड़ा ने बताया इसमे नगर में विराजित विभिन्न समाज के संतश्री एवं नगर के विभिन्न समाज प्रमुखो को आमंत्रित किया गया है। दोपहर में महावीर स्वामी जन्मकल्याणक अंतर्गत महिला सम्मेलन होगा। संध्या को गुरुदेव के सानिध्य में श्री जैन श्वेताम्बर महावीर स्वामी जन्म कल्याणक साधर्मिक वात्सल्य समिति की मीटिंग होगी।
’एक शाम महावीर के नाम भी ’
बुधवार रात 8 बजे से एक शाम महावीर के नाम संगीतमय सांस्कृतिक कार्यक्रम व धर्म आधारित नृत्य नाटिका होगी।