उज्जैन परस्पर सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष श्री चंदेल ने रखा बैंक का पक्ष
उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन परस्पर सहकारी बैंक मर्यादित उज्जैन के संचालक मंडल के चुनाव के लिए रविवार को मतदान होना है। मतदान से ठीक एक दिन पहले जनता नगर में रहने वाले रविशंकर पवार ने बैंक की कार्यप्रणाली को लेकर एक संवाददाता सम्मेलन में गंभीर आरोप लगाए।
मतदान से चंद घंटे पहले हुए इस घटनाक्रम पर बैंक के पूर्व अध्यक्ष अनिल सिंह चंदेल ने भी बैंक का पक्ष रखा। उन्होंने आरोप लगाया कि मतदान से ठीक पहले बैंक पर आरोप लगाना एक साजिश का हिस्सा है। इस तरह की साजिश पूर्व के वर्षो में हुए चुनाव से पहले भी की गई थी। साजिश करने वाले पहले भी नाकाम रहे थे और अब भी नाकाम ही रहेंगे।
परस्पर सहकारी बैंक के चुनाव को राजनैतिक वजहों से लगातार टाला जाता रहा। हाइकोर्ट के निर्देश के बाद अब जब चुनाव प्रक्रिया पूरी की जा रही है तब कुछ लोगों के बहकावे में आकर जनता नगर में रहने वाले परस्पर बैंक के पूर्व उपभोक्ता रविशंकर पवार ने बैंक की कार्यप्रणाली को लेकर आरोप लगाए।
शनिवार सुबह हुए इस घटनाक्रम के संदर्भ में शाम को बैंक के पूर्व अध्यक्ष अनिल सिंह चंदेल और डायरेक्टर हरदयाल सिंह ठाकुर ने बैंक को बदनाम करने की साजिश को नाकाम कर दिया।
विरोधियों का चुनावी हथकंडा है
श्री चंदेल ने बैंक के पक्ष के वो सारे दस्तावेज भी मीडिया के माध्यम से मतदाताओं के बीच रखे जिनसे रविशंकर पवार के आरोप झूठे साबित हुए। श्री चंदेल ने कहा कि 8 साल पुरानी एक शिकायत को आधार बनाकर रविशंकर पवार के माध्यम से कुछ लोग साजिश रचना चाह रहे थे। श्री चंदेल ने कहा कि यह सिर्फ एक चुनावी हथकंडा और विरोधियों की हताशा का परिणाम था।
आरोप लगाने वाला डिफॉल्टर, वारंट भी हुआ था जारी
बैंक के पूर्व अध्यक्ष श्री चंदेल ने बताया कि बैंक के खिलाफ आरोप लगाने वाले रविशंकर पवार ने 22 अप्रैल 2013 को बैंक से 7 लाख रूपए का कर्ज प्राप्त किया था। डिफाल्टर होने से उनके खिलाफ चेक बाउंस की धारा 138 के तहत केस दर्ज हुआ, गिरफ्तारी वारंट तक जारी हुआ। इसी से नाराज होकर रविशंकर पंवार ने थाने से लेकर सीएम हेल्पलाइन तक शिकायत दर्ज कराई थी।
तीन साल तक कहीं शिकायत नहीं…?
श्री चंदेल ने बताया कि 22 अगस्त 2019 को रविशंकर पवार की राशि जमा होने से उनका खाता भी बंद किया जा चुका है। इस घटनाक्रम को बीते भी 3 साल हो चुके है। तत्कालीन थाना प्रभारी देवासगेट ने पवार की शिकायत पर जांच की, उन्होंने शिकायत को झूठा पाया था। श्री चंदेल ने बताया कि यदि रविशंकर पवार बैंक की कार्यप्रणाली से असंतुष्ट थे तो वे पुलिस के अलावा लोकायुक्त, लोकपाल या कलेक्टर को शिकायत कर सकते थे लेकिन उन्होंने 3 साल तक किसी तरह की शिकायत नहीं की। अब मतदान से ठीक एक दिन पहले सामने आकर वे अर्नगल आरोप लगा रहे है, इसी से साफ है कि वे किसी षडय़ंत्र के तहत बैंक को बदनाम करना चाहते है।
मतदान से पहले पहली जीत
उज्जैन परस्पर सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष अनिल सिंह चंदेल की अगुवाई में बैंक चुनाव में उतरी विकास पैनल को मतदान से पहले ही पहली जीत हांसिल हो गई है। चुनाव में दो महिला डायरेक्टर भी चुनी जानी है, जबकि विरोधी पैनल की ओर से एक महिला प्रत्याशी का नामांकन ही रद्द हो गया है। ऐसे में विकास पैनल की एक महिला उम्मीदवार की निर्विरोध जीत निश्चित हो गई है।
नुकसान से फायदे तक पहुँचाया
पूर्व अध्यक्ष श्री चंदेल ने बताया कि जब उन्होंने कार्यभार ग्रहण किया था उस समय बैंक करोड़ों रुपये के नुकसान में थी। वर्तमान में बैंक के पास 85 करोड़ रुपये की एफडी सुरक्षित है। 22 हजार ग्राहकों की डुबत राशि जो कि पान एशिया लिमिटेड लेकर भाग गया था उस 45 लाख रुपये की रिकवरी भी उन्हीं के कार्यकाल में हुई है।