उज्जैन, अग्निपथ। शहर के दो प्रसिद्ध डॉक्टर्स पर सोमवार को नगर निगम की गाज गिरी। फ्रीगंज में पुलिस कंट्रोल रूम के सामने और देसाई नगर में इन दोनों ही डॉक्टर्स के अवैध निर्माण के खिलाफ कार्यवाही की गई। कंट्रोल रूम के सामने दुकानों पर लगी शटर तोड़े जाने के दौरान नगर निगम अधिकारियों के साथ विवाद भी हुआ। कुछ लोगों ने कार्यवाही पर आपत्ति भी ली लेकिन नगर निगम की टीम सारी आपत्तियों को दरकिनार कर कार्यवाही करते हुए आगे बढ़ गई।
अवैध निर्माण वाली मुहिम का पहला शिकार बने पूर्व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. महावीर खंडेलवाल, पुलिस कंट्रोल रूम के ठीक सामने डा. महावीर खंडेलवाल की पत्नी विमला खंडेलवाल, पुत्र मोहित के स्वामित्व वाली जमीन पर बनी तीन मंजिला बिल्डिंग में नीचे के फ्लोर पर बनी 4 दुकानों के शटर तोड़ दिए गए।
पार्किंग की जगह दुकान बना दी
नगर निगम के कार्यपालन यंत्री लीलाधर दोराया जेसीबी मशीन और टीम लेकर यहां पहुंचे तो आनंद शर्मा (भाया) और उनके कुछ सहयोगी कार्यवाही पर आपत्ति लेने पहुंच गए। आनंद शर्मा के साथ कार्यपालन यंत्री लीलाधर दोराया की बहस भी हुई। एक तरफ बहस चलती रही, दूसरी तरफ जेसीबी अपना काम करती रही, चारों दुकानों के शटर उखाडक़र बाहर कर दिए। इस बिल्डिंग के भू-तल पर पार्किंग निर्माण किया जाना था लेकिन यहां 4 दुकानें बनाकर उन्हें किराए पर दे दिया गया था। नगर निगम की भवन निरीक्षक मिनाक्षी शर्मा द्वारा पूर्व में भी इन अवैध दुकानों के निर्माण के विरूद्ध कार्यवाही की थी।
डॉ. बोले बिल्डिंग हमारी नहीं
डा. महावीर इस बिल्डिंग से अपना नाता नहीं होने की बात कहते रहे है। दरअसल, जमीन के स्वामि के रूप में अब भी श्रीमती विमला खंडेलवाल और मोहित खंडेलवाल का ही नाम दर्ज है, यहां बिल्डिंग का निर्माण आनंद शर्मा द्वारा किया गया है। आनंद शर्मा का कहना था कि नगर निगम ने बिल्डिंग के जिस हिस्से को अवैध ठहराया है, उसकी कंपाउंडिंग के लिए राशि जमा कराई जा चुकी है। बावजूद इसके निगम की टीम ने कार्यवाही कर दी।
नगर निगम कार्यपालन यंत्री लीलाधर दोराया ने बताया कि अवैध निर्माण की नपती कराकर उसकी कंपाउंडिंग के लिए आवेदन कोई भी कर सकता है, नगर निगम की ओर से इस आवेदन को स्वीकृति मिली या नहीं यह मायने रखता है।
आई स्पेशलिस्ट का भी कमरा तोड़ा
शहर के ख्यात आई स्पेशलिस्ट डा. ऋषभ जैन के अवैध निर्माण के खिलाफ भी सोमवार दोपहर कार्यवाही की गई। डा. ऋषभ जैन की धर्मपत्नी शर्मिला जैन के स्वामित्व वाले देसाई नगर स्थित मकान के आगे शासकीय भूमि पर 30 से 40 वर्ग फिट तक अवैध निर्माण कर लिया गया था। नगर निगम उपायुक्त नीता जैन और भवन निरीक्षक मीनाक्षी शर्मा की अगुवाई में निगम अमले ने यह अवैध निर्माण तोड़ दिया।