पहला जत्था पहले पड़ाव पिंगलेश्वर तक पहुंचा, एसडीएम ने किया स्वागत
उज्जैन, अग्निपथ। 118 किलोमीटर की उज्जैन की परिक्रमा यात्रा(पंचक्रोशी) की विधिवत शुरूआत 25 अप्रैल सोमवार से होना है। यात्रा की विधिवत शुरूआत से दो दिन पहले ही पंचक्रोशी यात्रियों ने यात्रा की शुरूआत कर दी है। 20 से ज्यादा श्रद्धालुओं का पहला जत्था शनिवार दोपहर पहले पड़ाव पिंगलेश्वर तक पहुंच भी गया है।
पिछले 2 साल से कोरोना संक्रमण की वजह से पंचक्रोशी यात्रा पर प्रशासन ने प्रतिबंध लगाया हुआ था। फिलहाल कोरोना संक्रमण नहीं है लिहाजा खुद प्रशासनिक अधिकारी ही पंचक्रोशी की व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद बनाने में जुटे हुए है। सोमवार वैषाख मास की दशमी तिथि से पंचक्रोशी यात्रा की शुरूआत होना है।
शनिवार को मंदसौर से आए श्रद्धालुओं के एक दल ने यात्रा की शुरूआत भी कर दी। पटनीबाजार स्थित भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन के उपरांत श्रद्धालुओं का यह दल उंडासा तालाब रोड़ होते हुए पिंगलेश्वर तक पहुंच भी गया। पिंगलेश्वर में एसडीएम गोविंद दुबे, जनपद पंचायत सीईओ हेमलता शर्मा और तहसीलदार देवदत्त शर्मा ने इन्हें पड़ाव स्थल पर ठहराया, सभी का स्वागत किया और इसके बाद इनसे आग्रह किया कि आप शनिवार दोपहर तक पिंगलेश्वर पड़ाव पर ही रूके।
अन्य श्रद्धालुओं के पहुंचने के बाद उनके साथ आगे की यात्रा की शुरूआत करे। एसडीएम गोविंद दुबे ने बताया कि पंचक्रोशी यात्रा में अमूमन एक दिन पहले श्रद्धालुओं के निकलने की शुरूआत हो जाती है। मंदसौर से आया दल दो दिन पहले ही यात्रा पर निकल पड़ा लिहाजा इन्हें पड़ाव स्थल पर ही ठहराया गया। एसडीएम ने बताया कि सभी पड़ाव स्थलों पर सभी जरूरी व्यवस्थाएं हो चुकी है।
पिंगलेश्वर और त्रिवेणी पहुंचे कलेक्टर
कलेक्टर आशीषसिंह और एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला ने शनिवार को पंचक्रोशी यात्रा के पहले पड़ाव स्थल पिंगलेश्वर और त्रिवेणी स्थित शनि मंदिर व घाट पर पहुंचकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। अगले शनिवार को त्रिवेणी घाट पर शनिश्चरी अमावस्या का स्नान होना है। कलेक्टर ने यहां पर्याप्त मात्रा में फव्वारे, टेंट आदी लगाने व श्रद्धालुओं के लिए सभी तरह की व्यवस्थाएं जुटाने के निर्देश दिए है।